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फिलीपींस में मौजूद कानलाओन ज्वालामुखी फट पड़ा, निकली राख की गुबार आसमान में तीन किलोमीटर ऊपर तक गया

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मनीला

मध्य फिलीपींस के कानलॉन ज्वालामुखी में भीषण विस्फोट हुआ। इस विस्फोट से आसमान में तीन किलोमीटर ऊपर तक राख का गुबार फैल गया। वहीं, फिलिपीन इंस्टीट्यूट ऑफ वॉल्कैनोलॉजी एंड सीस्मोलॉजी (PHIVOLCS) ने बताया कि ये ज्वालामुखी अभी और विस्फोट कर सकता है। इस विस्फोट के तुरंत बाद स्थानीय प्रशासन हरकत में आई और हुए आसपास के गांवों को खाली कराने का आदेश देते हुए राहत-बचाव कार्य शुरु करवाया।

बता दें, नेग्रोस द्वीप पर स्थित कानलॉन ज्वालामुखी समुद्र तल से 2,400 मीटर (लगभग 8,000 फीट) की ऊंचाई पर है। यह फिलीपींस के 24 सक्रिय ज्वालामुखियों में से एक है। बताया जा रहा है कि यह ज्वालामुखी पहले भी कई बार फट चुका है। जिसके वजह से यहां बसे गांवों के लिए यह हमेशा खतरे का संकेत रहा है।

विस्फोट के बाद निकला धुआं का गुबार

इस विस्फोट के बाद फिलीपीन इंस्टीट्यूट ऑफ वॉल्केनोलॉजी एंड सीस्मोलॉजी (PHIVOLCS) ने एक बयान जारी किया। जिसके अनुसार, विस्फोट सोमवार को दोपहर 3:03 बजे (स्थानीय समयानुसार) हुआ। फिलिपींस के सिविल डिफेंस ऑफिस ने 87 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम शुरू कर दिया है। वहीं, इस विस्फोट के दौरान ज्वालामुखी से निकलने वाला धुआं 3,000 मीटर (लगभग 10,000 फीट) की ऊंचाई तक पहुंच गया।

विशेषज्ञों ने इस विस्फोट को 'मैग्मैटिक इरप्शन' करार दिया है। जो आगे और भी ज्यादा विस्फोटक हो सकता है। वहीं, थर्मल और एक्सरे कैमरा मॉनिटर्स की मानें तो गर्म लावा और पत्थर का घनत्व बहुत ज्यादा है। पहाड़ की चोटी से भारी मात्रा में गर्म राख और कीचड़ निकल कर आ रहा है। जो सैकड़ों फीट प्रति सेकेंड की गति से नीचे आ रहा है।

पहले भी फटा कानलॉन ज्वालामुखी

इससे पहले सितंबर में भी कानलॉन ज्वालामुखी ने हजारों टन जहरीली गैसों का उत्सर्जन किया था। जिसके कारण सैकड़ों लोगों को वहां से हटाया गया था। हालांकि तब कोई बड़ा विस्फोट नहीं हुआ था। लेकिन इस घटना ने प्रशासन को ज्वालामुखी के खतरे के प्रति सतर्क कर दिया था। 

अभी शांत नहीं हुआ है ज्वालामुखी, फिर फट सकता है

PHIVOLCS के अनुसार यह ज्वालामुखी अभी शांत नहीं हुआ है. भविष्य में किसी भी समय फट सकता है. यह ज्वालामुखी देश के दो दर्जन सक्रिय ज्वालामुखियों में से एक है. यह नेग्रोस ऑक्सीडेंटल और नेग्रोस ओरिएंटल प्रांत के बीच मौजूद है. इससे पहले यह इस साल 3 जून को फटा था. उससे पहले दिसंबर 2017 में.

हर दिन महसूस हो रहे हैं 5 से 26 भूकंप के झटके

पिछले विस्फोट के बाद इलाके में बहुत दिनों तक लोग वापस नहीं आए थे. ये रुक-रुक कर फट रहा था. तबसे लगातार इसमें से जहरीली गैसें और गर्म राख निकल रही थी. खासतौर से 19 अक्तूबर के बाद से. इस पहाड़ के आसपास के इलाकों में हर दिन 5 से 26 बार भूकंप के झटके महसूस हो रहे हैं.

तीसरे लेवल का अलर्ट जारी, लोगों को हटा रहे

फिलहाल इस ज्वालामुखी की वजह से आसपास के इलाकों में तीसरे लेवल का अलर्ट जारी किया गया है. यानी एक हफ्ते के अंदर इसमें फिर से बड़ा विस्फोट होने की पूरी आशंका है. अगला स्केल चौथे स्तर का अलर्ट होगा. यानी लगातार होने वाला विस्फोट और सबसे सीरियस टाइप होता है पांचवें स्तर का अलर्ट. यानी किसी भी घंटे या दिन में इसका विस्फोट हो सकता है.