पटना.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी की आज राज्य कार्यकारिणी की बैठक हुई। 2025 विधानसभा चुनाव को लेकर हुए इस बैठक में सीएम नीतीश कुमार, जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा, प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा समेत सभी मंत्री, सांसद और विधायक समेत पार्टी 400 सदस्य शामिल हुए। केंद्रीय मंत्री और सीएम नीतीश कुमार के करीबी ललन सिंह आज की बैठक में शामिल नहीं हो रहे हुए।
बैठक में सीएम नीतीश कुमार करीब आधा घंटा तक अपना संबोधन दिया। सबसे अधिक फोकस आगामी विधानसभा चुनाव पर था। सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि एनडीए का लक्ष्य है कि 2025 में 220 सीट से ज्यादा सीटों पर जीत हासिल हो। 2010 में 206 सीटें एनडीए ने जीती थीं। उन्होंने सहयोगी दलों के नेताओं के साथ समन्वय बनाने के लिए संगत-पंगत कार्यक्रम शुरू करने की भी बात कही। उन्होंने कहा कि उनकी हमेशा से कोशिश रही है बिहार को विशेष राज्य का दर्जा या विशेष आर्थिक सहायता मिले। केंद्र सरकार की तरफ से जो विशेष आर्थिक सहायता दी गई है। इसके लिए नीतीश कुमार ने अपनी कार्य समिति की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष धन्यवाद किया है।
गाली देने वालों को पार्टी का महासचिव बना दिया
सूत्रों की मानें तो बैठक में इस बात पर भी मुहर लगी कि आगामी दिनों जदयू की ओर सम्मान संवाद कार्यक्रम की शुरुआत होगी। इसमें समता पार्टी के दौरान जुड़े रहे वरिष्ठ कार्यकर्ताओं से पार्टी के नेता संवाद करेंगे। जदयू के नेता नीतीश कुमार की उपलब्धियों को जनता तक पहुंचाएंगे और इस पर चर्चा करने का निर्णय लिया गया। इधर, भूमिहारों के खिलाफ बोलने के मामले पर जदयू विधायक डॉ. संजीव ने मंत्री अशोक चौधरी का विरोध किया। कहा कि पार्टी के भीतर एक-दो लोग जाति सूचक शब्द का इस्तेमाल करते हैं। भूमिहारों के लिए बयान देते हैं। इसका सख्त विरोध मैं पहले भी करता था और आज भी कर रहा हूं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भूमिहारों को गाली देने वालों को पार्टी का महासचिव बना दिया जाता है।