मंडला / बालाघाट
ईद-ए-मिलाद के मौके पर निकाले गए जुलूस के दौरान कथित तौर पर मध्य प्रदेश के दो जिलों में फिलिस्तीन का झंडा लहराने की खबर सामने आ रही है. पुलिस ने इस मामले में कुछ लोगों को भी गिरफ्तार कर लिया है.
पुलिस ने कहा कि सोमवार को मध्य प्रदेश के मंडला और बालाघाट जिलों में ईद-ए-मिलाद जुलूस के दौरान कथित तौर पर 'फिलिस्तीनी झंडे' लहराने के लिए अलग-अलग मामले दर्ज किए गए, जिसके कारण कुछ लोगों की गिरफ्तारी हुई.
पुलिस ने कहा कि राजगढ़ में फिलिस्तीन समर्थक नारे लगाने के आरोप की बिना सबूत के पुष्टि नहीं की जा सकती. मंडला में एक युवक ने कथित तौर पर ईद-ए-मिलाद-उन-नबी जुलूस के दौरान चिलमन स्क्वायर पर फिलिस्तीन का झंडा लहराया.
मंडला के पुलिस अधीक्षक रजत सकलेचा ने कहा, "फिलिस्तीन के झंडे जैसा झंडा लहराने की शिकायतों के आधार पर आरोपी युवक को हिरासत में ले लिया गया है और आगे कानूनी कदम उठाए जा रहे हैं."
'BNS की धारा के तहत आरोपियों पर मामला दर्ज'
मंडला कोतवाली पुलिस थाना प्रभारी शफीक खान ने कहा कि आरोपी की पहचान फरदीन और अन्य के रूप में हुई है, जिसे भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 197 (2) के तहत गिरफ्तार किया गया है.
एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि बालाघाट शहर में पुलिस को एक शिकायत दर्ज की गई थी, जिसमें दावा किया गया था कि महावीर चौक पर ईद-ए-मिलाद जुलूस के दौरान एक व्यक्ति और उसके साथियों ने फिलिस्तीन का झंडा लहराया था. शिकायतकर्ता ने कहा कि इस कृत्य से भारतीयों की भावनाएं आहत हुई हैं और इससे समाज में वैमनस्यता फैल सकती है.
विज्ञप्ति के अनुसार, पुलिस ने शाकिब और अन्य अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ बीएनएस धारा 197 (2) के तहत मामला दर्ज कर लिया है. दोनों ही घटनाओं में आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है.
पुलिस ने की CCTV फुटेज की जांच
राजगढ़ के पुलिस अधीक्षक आदित्य मिश्रा ने ईद-ए-मिलाद जुलूस के दौरान कथित तौर पर फिलिस्तीन समर्थक नारे लगाए जाने के खिलाफ शिकायत मिलने की पुष्टि की. उन्होंने कहा कि पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे के फुटेज की जांच की, लेकिन कोई सबूत नहीं मिला. उन्होंने कहा कि आगे की जांच जारी है.