शिमला
प्रदेश में बादल फटने की घटना की त्रासदी के बाद अब भूकंप के झटके भी महसूस किए गए हैं। मौसम विभाग के मुताबिक रेक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.2 मापी गई है। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के मुताबिक इसकी गहराई 5 किलोमीटर रही है। भूकंप सुबह 10 बजे के आसपास आया है। अभी किसी तरह की क्षति की सूचना नहीं मिली है।
कुदरत के कहर से परेशान लोग
पहाड़ी इलाकों में भारी बारिश और भूस्खलन से परेशान लोगों को भूकंप के झटके भी झेलने पड़े हैं। हिमाचल में कुदरत का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। शुक्रवार की सुबह करीब 10 बजे अचानक घरों में लोगों को कंपन सा महसूस हुआ तो वे घबरा गए। पल भर में इलाके में अफरातफरी का माहौल हो गया। लोग अपने परिवार समेत घर से निकलकर सड़कों पर आ गए। काफी देर तक डरे सहमे लोग बाहर ही घूमते रहे, उसके बाद वापस गए। घर जाकर भी लोगों को भूकंप का डर सता रहा था।
बादल फटने से अब तक 7 लोगों की मौत
हिमाचल प्रदेश में बादल फटने की घटना के कई गांव तबाह हो गए। हादसे में अब तक 7 लोगों की मौत की जानकारी सामने आ चुकी है जबकि 50 से अधिक लोग लापता बताए जा रहे हैं। एसडीआरएफ की ओर से राहत और बचाव कार्य किया जा रहा है। पीएम मोदी ने भी घटना को लेकर दुख जताने के साथ केंद्र सरकार की ओर से हर संभव मदद भेजने का आश्वासन दिया है। प्रदेश में कंदराहड़ खुश्वा क्षेत्र, शिमला और कुल्लू बॉर्डर पर श्रीखंड इलाके में बादल फटने की घटना हुई है।