Online News Portal for Daily Hindi News and Updates with weekly E-paper

राजस्थान में मानसून की सक्रियता: 15 जिलों में बारिश की चेतावनी

83
Tour And Travels

राजस्थान में मानसून ने अपने रंग दिखाना शुरू कर दिया है। आज, यानी बुधवार से प्रदेश में मानसून की सक्रियता बढ़ने की संभावना है। मौसम विभाग ने राज्य के 15 जिलों में बारिश की चेतावनी जारी की है, जिसमें विशेष रूप से कोटा और उदयपुर संभाग में भारी बारिश की संभावना जताई गई है।

मानसून की सक्रियता

मौसम विभाग ने बताया है कि मानसून अब राजस्थान में पूरी तरह से सक्रिय हो गया है और प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में बारिश का दौर शुरू हो सकता है। इससे पहले भी कुछ क्षेत्रों में हल्की बारिश हो चुकी है, लेकिन अब मानसून की सक्रियता बढ़ने से बारिश की तीव्रता में भी वृद्धि हो सकती है।

संभावित प्रभावित जिले

मौसम विभाग ने जिन 15 जिलों में बारिश की चेतावनी जारी की है, उनमें प्रमुख रूप से शामिल हैं:

  • कोटा संभाग: कोटा, बूंदी, बारां, झालावाड़
  • उदयपुर संभाग: उदयपुर, चित्तौड़गढ़, राजसमंद, डूंगरपुर, बांसवाड़ा
  • अन्य जिले: जयपुर, अलवर, भरतपुर, दौसा, सवाई माधोपुर, टोंक

भारी बारिश की संभावना

विशेष रूप से कोटा और उदयपुर संभाग में भारी बारिश की संभावना जताई गई है। इन क्षेत्रों में पहले से ही जलभराव और नदी-नालों में पानी का स्तर बढ़ सकता है। स्थानीय प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी है।

प्रशासन की तैयारियां

राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन ने मानसून के इस बढ़ते प्रभाव को देखते हुए सभी आवश्यक तैयारियां कर ली हैं। राहत और बचाव दलों को तैयार रखा गया है और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।

कृषि और पर्यावरण पर प्रभाव

राजस्थान में मानसून की यह सक्रियता किसानों के लिए राहत की खबर है। बारिश से खेतों में नमी बढ़ेगी और खरीफ फसलों की बुआई में मदद मिलेगी। इसके साथ ही, मानसून की बारिश से जलस्तर में भी सुधार होगा, जो जलसंकट से जूझ रहे क्षेत्रों के लिए वरदान साबित हो सकता है।

निष्कर्ष

राजस्थान में आज से मानसून की सक्रियता बढ़ने से प्रदेश के कई जिलों में बारिश की संभावना है। मौसम विभाग की चेतावनी को ध्यान में रखते हुए स्थानीय प्रशासन और जनता को सतर्क रहने की जरूरत है। मानसून की यह बारिश जहां एक ओर किसानों के लिए खुशियों की सौगात ला सकती है, वहीं दूसरी ओर भारी बारिश से उत्पन्न होने वाली चुनौतियों के लिए भी तैयार रहना होगा।