बेंगलुरु, 15अप्रैल। कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सावदी इस हफ्ते भारत माता की जय बोलने से पहले मल्लिकार्जुन खड़गे से ‘मंजूरी’ मांगने के बाद विवाद में घिर गए. यह घटना लोकसभा चुनाव से महज कुछ दिन पहले कर्नाटक के कलबुर्गी इलाके में एक चुनावी रैली के दौरान हुई. सावदी पिछले साल विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे. एक वीडियो में कांग्रेस विधायक को यह कहते सुना गया है कि ‘मुझे उम्मीद है कि खड़गे साहब इसका गलत मतलब नहीं निकालेंगे. मैं आप सभी से ये कहना चाहता हूं. मैं ‘बोलो भारत माता की जय’ कहूंगा और आप सभी को इसे मेरे पीछे कसकर मुट्ठी में दोहराना होगा.’
इस वीडियो के सामने आने के बाद से बीजेपी में गुस्सा फैल गया है और कर्नाटक भाजपा प्रमुख बीवाई विजयेंद्र ने इसे ‘बहुत दयनीय और खतरनाक’ घटनाक्रम करार दिया है. संयोग से कर्नाटक में लोकसभा चुनाव के दूसरे और तीसरे चरण के दौरान 26 अप्रैल और 7 मई को मतदान होगा. विजयेंद्र ने पूछा कि ‘क्या यह बहुत दयनीय और खतरनाक नहीं है कि अपनी देशभक्ति जाहिर करने और भारत माता की जय बोलने की कोशिश करने वाला एक कांग्रेस नेता दोषी महसूस करता है और इसलिए अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष को नारा लगाने के बारे में अपना रुख साफ करना चाहता है.’
वहीं बीजेपी के नेता आर अशोक ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि ‘पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने वालों की ओर से वकालत करने वाले मंत्री प्रियांक खड़गे की हरकत को देखकर विधायक लक्ष्मण सावदी को कांग्रेस पार्टी की असली विचारधारा समझ में आई. वह कांग्रेस पार्टी के भीतर ‘भारत माता की जय’ का नारा लगाने से बहुत डरे हुए थे और उन्होंने मल्लिकार्जुन खड़गे से अनुमति मांगी थी.’भारत माता की जय मंत्र पहले मार्च के अंत में बहस का विषय बन गया था जब केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने दावा किया था कि यह नारा एक मुस्लिम द्वारा गढ़ा गया था. विजयन ने कहा कि यह नारा 19वीं सदी में मराठा प्रधानमंत्री पेशवा नाना साहेब ने तैयार किया था. विजयन ने इस बात पर भी आश्चर्य जताया कि क्या ‘संघ परिवार’ अब नारा लगाने से बचने का फैसला करेगा ‘क्योंकि यह एक मुस्लिम द्वारा तैयार किया गया था.’ उन्होंने नागरिकता (संशोधन) अधिनियम को लागू करने के खिलाफ एक रैली के दौरान कहा था कि ‘अब कुछ कार्यक्रमों में हम संघ परिवार के कुछ नेताओं को लोगों से ‘भारत माता की जय’ बोलने के लिए कहते हुए सुनते हैं. भारत माता की जय का नारा किसने दिया? क्या यह कोई संघ परिवार का नेता था? मुझे नहीं पता कि संघ परिवार को यह पता है या नहीं. उनका नाम अजीमुल्ला खान है.’