नई दिल्ली, 9अप्रैल। लोकसभा चुनाव की सरगर्मियों के बीच हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी (BJP) को बड़ा झटका लगा है. पत्नी प्रेमलता के साथ चौधरी बीरेंद्र सिंह कांग्रेस में शामिल हो गये हैं. एक दिन पहले ही बीरेंद्र सिंह ने भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था. बीरेंद्र सिंह प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली पहली सरकार में केंद्रीय इस्पात मंत्री थे.
बता दें कि एक महीने महीने पहले उनके बेटे बृजेन्द्र सिंह सिंह भी बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे. बीरेंद्र सिंह की पत्नी और हरियाणा से BJP की पूर्व विधायक प्रेमलता ने भी भाजपा छोड़ी थी. प्रेमलता 2014-2019 तक विधायक रही थीं. एक दिन पहले दिल्ली में बीरेंद्र सिंह ने पत्रकारों से कहा था, ‘मैंने BJP की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है और त्यागपत्र पार्टी प्रमुख जेपी नड्डा को भेज दिया है. मेरी पत्नी प्रेमलता ने भी पार्टी छोड़ दी है.
बीरेंद्र सिंह कांग्रेस के साथ चार दशक से अधिक समय पुराने रिश्ते को तोड़कर लगभग 10 साल पहले BJP में शामिल हुए थे. उनके बेटे बृजेन्द्र के 10 मार्च को कांग्रेस में शामिल होने के बाद ऐसी अटकलें थी कि बीरेंद्र सिंह भी कांग्रेस में शामिल होंगे. बीरेंद्र सिंह प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली पहली सरकार में केंद्रीय इस्पात मंत्री थे. उन्होंने ग्रामीण विकास, पंचायती राज और पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री का भी कार्यभार संभाला था. निरस्त किए जा चुके कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के दौरान, बीरेंद्र सिंह ने किसानों को अपना समर्थन दिया था. हरियाणा में हुड्डा के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार में भी मंत्री रहे बीरेंद्र सिंह ‘किसानों के मसीहा’ कहे जाने वाले सर छोटूराम के पौत्र हैं.