नई दिल्ली, 27 6नवंबर। खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी), सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय, भारत सरकार के अध्यक्ष मनोज कुमार ने वाराणसी के दो दिनी प्रवास के दौरान शनिवार को तेलियाबाग स्थित मंडलीय कार्यालय वाराणसी परिसर में आयोजित राज्य स्तरीय खादी प्रदर्शनी का उद्घाटन किया, जबकि रविवार को बड़ालालपुर स्थित दीन दयाल हस्तकला संकुल (टीएफसी) में खादी कारीगर सम्मेलन के दौरान 2000 से अधिक खादी कारीगरों से सीधा संवाद स्थापित कर उनकी समस्याओं का त्वरित निदान किया। प्रवास के दौरान वो वाराणसी के सेंट्रल जेल में बनारसी सिल्क साड़ी बनानेवाले कारीगरों से भी मिले और खादी का काम भी सेंट्रल जेल के कैदियों से शुरू करवाने के लिए आयोग के अधिकारी को निर्देश दिया। इसी क्रम में उन्होंने केवीआईसी के द्वारा आर्थिक सहयोग से नवीनीकृत चार खादी आउलेट का भी उद्घाटन किया और कुम्हार सशक्तिकरण योजना के अंतर्गत लाभार्थियों को टूलकिट और मशीनरी का वितरण किया।
शनिवार को वाराणसी पहुंचने के बाद सबसे पहले मनोज कुमार सेंट्रल जेल में बनारसी सिल्क की साड़ी बनाने वाले सजायाफ्ता कैदियों से मिले और उनके द्वारा तैयार हस्तनिर्मित सिल्क की साड़ियों का अवलोकन किया। इसके बाद वाराणसी के सिगरा स्थित क्षेत्रीय गांधी आश्रम, सेवापुरी की खादी संस्था कृषक विकास ग्रामोद्योग संस्थान, मडुवाडीह स्थित जन कल्याण खादी ग्रामोद्योग परिषद और नैपुरा कलां स्थित जनहित नायक खादी समिति के नवीनीकृत खादी भंडारों का शुभारंभ किया। इन सभी खादी संस्थाओं को आउटलेट के नवीनीकरण हेतु केवीआईसी ने आर्थिक सहायता प्रदान की है।
शनिवार की शाम केवीआईसी अध्यक्ष मनोज कुमार ने तेलियाबाग परिसर में आयोजित राज्य स्तरीय प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। उद्धाटन कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), स्टाम्प व न्यायालय शुल्क तथा पंजीयन रविंद्र जायसवाल, आयुष, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ दयाशंकर मिश्रा ‘दयालु’, सदस्य विधान परिषद (उ.प्र.) हंसराज विश्वकर्मा, केवीआईसी के उत्तर क्षेत्र के सदस्य नागेंद्र रघुवंशी समेत उत्तर प्रदेश सरकार और केवीआईसी के अधिकारी और कर्मचारीगण उपस्थित रहे। 24 नवंबर से 10 दिसंबर तक चलनेवाली इस राज्य स्तरीय प्रदर्शनी में उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों की खादी संस्थाएं, पीएमईजीपी/ आरईजीपी यूनिट, स्फूर्ति इकाइयां खादी और ग्रामोद्योगी उत्पादों का प्रदर्शन कर रही हैं। प्रदर्शनी में सूती, ऊनी, ऊनी खादी, सिल्क खादी, पॉली खादी, रेडीमेड वस्त्र, सिल्क साड़ी, लेडीज सलवार सूट एवं मोदी जैकट समेत विभिन्न खादी उत्पाद बिक्री के लिए रखे गये हैं, जबकि ग्रामोद्योगी उत्पादों में मोटा अनाज (मिलेट) आर्गेनिक शहद, हर्बल कॉस्मेटिक आइटम, चर्म निर्मित उत्पाद, शैम्पू, साबुन, पॉटरी के विभिन्न उत्पाद, आचार, आंवला के विभिन्न उत्पाद जैसे-कैंडी, बर्फी, मुरब्बा, आंवला जूस बिक्री के लिए उपलब्ध हैं।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केवीआईसी अध्यक्ष मनोज कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में आयोजित राज्य स्तरीय खादी प्रदर्शनी में काशीवालों को ‘वोकल फॉर लोकल’ और ‘मिनी इंडिया’ की झलक दिखाई देगी। यहां पर उत्तर प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, नागालैंड, उत्तराखंड़, मध्य प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, बिहार, पश्चिम बंगाल की खादी संस्थाओं और पीएमईजीपी इकाइयों के 71 स्टालों पर खादी और ग्रामोद्योगी उत्पाद बिक्री के लिए उपलब्ध हैं। उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूरे देश में ‘वोकल फॉर लोकल’ की क्रांति चल रही है। इस क्रांति का सबसे अधिक लाभ खादी और ग्रामोद्योगी उत्पादों को मिल रहा है। उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि 2 अक्टूबर 2023 से पहले मन की बात में माननीय प्रधानमंत्री जी ने लोगो से आह्वान किया था कि त्याहौरो पर ज्यादा से ज्यादा लोकल उत्पादों को खरीदे जिसका परिणाम ये रहा ककि गांधी जयंती के दिन दिल्ली के कनॉट प्लेस स्थित फ्लैगशिप खादी भवन में दिनांक 02.10.2023 को एक दिन में 1.52 करोड़ रुपये के खादी उत्पादों की बिक्री हुई है, जो इस बात का प्रमाण है कि भारत के लोग अपने लोकल उत्पादों के प्रति वोकल हुए हैं। उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में पिछले वित्तवर्ष में इतिहास रचते हुए खादी और ग्रामोद्योगी उत्पादों का कारोबार 1.34 लाख करोड़ रुपये को पार कर गया, जबकि एक वित्तवर्ष में सर्वाधिक 9.54 लाख नये रोजगार सृजन का रिकॉर्ड बना है।
रविवार को केवीआईसी अध्यक्ष मनोज कुमार की पहल पर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र, वाराणसी में खादी कारीगरों और संस्थाओं की समस्या के त्वरित निराकण के लिए दीन दयाल हस्तकला संकुल (टीएफसी) में खादी कारीगर सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मंडलीय कार्यालय वाराणसी के अंतर्गत आनेवाले 12 जिलों की करीब 120 खादी संस्थाओं के प्रतिनिधि, कत्तिन-बुनकर और खादी कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अध्यक्ष केवीआईसी श्री मनोज कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ‘नये भारत की नयी खादी’ नित नये प्रतिमान स्थापित कर रही है। कार्यक्रम से पूर्व केवीआईसी अध्यक्ष मनोज कुमार द्वारा कुम्हार सशक्तिकरण योजना के अंतर्गत कुम्हारों को 18 जिगर जाली, 5 टोंगल प्रेस मशीन और 6 ब्लंजर मशीन का वितरण किया गया।
खादी कारीगरों को संबोधित करते हुए आयोग के अध्यक्ष मनोज कुमार ने कहा कि मंडलीय कार्यालय वाराणसी के अंतर्गत करीब 120 खादी संस्थाएं कार्यरत हैं जिनके द्वारा ग्रामीण क्षेत्र के करीब 26 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिल रहा है, जिसमें महिलाओं की करीब 80 प्रतिशत भागीदारी है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में खादी ने उत्पादन और बिक्री के नये रिकॉर्ड पिछले वर्षों में हासिल किये हैं। उन्होंने बताया कि वाराणसी क्षेत्र की खादी संस्थाओं का उत्पादन वित्तवर्ष 2021-22 में जहां 110.40 करोड़ रुपये से अधिक था वहीं 2022-23 में ये बढ़कर 189.81 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। इसी तरह से 2021-22 में खादी कपड़ों की बिक्री जहां 213.07 करोड़ रुपये से अधिक थी वहीं ये वित्त वर्ष 2022-23 में बढ़कर 250.70 करोड़ रुपये के आंकड़े तक पहुंच गई। खादी कारीगर सम्मेलन में केवीआईसी के अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।