कर्ज़ का बोझ कम करने के प्रयोगों पर है सरकार की नज़रः निर्मला सीतारमण
नई दिल्ली,20 अक्टूबर। वित्तमंत्री निर्मला सीतारामण ने बहुपक्षीय संस्थानों की भूमिका और कर्ज के बढ़ते बोझ पर चिंता व्यक्त की है। आज नई दिल्ली में ‘कौटिल्य आर्थिक सम्मेलन-2023’ के उद्घाटन-सत्र को संबोधित करते हुए वित्तमंत्री ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ, विश्व स्वास्थ्य संगठन और विश्व व्यापार संगठन जैसे बहुपक्षीय संस्थान आज अपेक्षित रूप से प्रभावी नहीं हैं। उन्होंने कहा कि इन संस्थानों की भूमिका और सक्रियता वैसी नहीं है, जैसी आदर्श रूप में होनी चाहिए।
कर्ज के बढ़ते बोझ पर चिंता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि यह समस्या सरकार के ध्यान में है। उन्होंने कहा कि सरकार दुनिया के विभिन्न भागों में कर्ज का बोझ कम करने के प्रयोगों पर नजर रखे हुए है।