राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने विदेशों में मौजूद खालिस्तानी आतंकियों की नकेल कसना शुरू कर दिया है।
इस अभियान के तहत एनआईए ने प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) के कनाडा स्थित आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की भारत में स्थित संपत्तियां जब्त की हैं।
एनआईए ने अमृतसर के खानकोट गांव में 46 कनाल खेती की भूमि और चंडीगढ़ में सेक्टर 15 में स्थित कोठी में पन्नू के हिस्से को जब्त किया है।
एनआईए द्वारा किसी भगोड़े आतंकी की संपत्तियों को जब्त करने का यह पहला मामला है। यह संपत्तियां पहले सरकार के आदेश पर कुर्क की गई थी। अब अदालत के आदेश पर गैर कानूनी गतिविधि निरोधक अधिनियम ( यूएपीए) के तहत इन संपत्तियों को जब्त कर लिया गया है।
पंजाब और अन्य जगहों पर आतंकी गतिविधियां कराने, भय और आतंक फैलाने वाले आतंकवादी पन्नू के ख़िलाफ़ एनआईए ने वर्ष 2019 में पहला मामला दर्ज किया था। फरवरी 2021 में एनआईए की विशेष अदालत ने पन्नू के ख़िलाफ़ गैर जमानती वारंट जारी किया था। साल 2022 नवंबर में एनआईए की विशेष अदालत ने पन्नू को भगोड़ा अपराधी घोषित किया था।
एनआईए को तफ्तीश के दौरान पता चला कि पन्नू का संगठन एसएफजे भोले-भाले युवाओं को गुमराह कर आतंकी/कट्टरपंथी बनाने और उन्हें आतंकी गतिविधियों के लिए उकसाने के लिए साइबर स्पेस का दुरूपयोग कर रहा है।
पन्नू सोशल मीडिया पर पंजाब के बदमाशों और युवाओं को अलग खालिस्तान देश बनवाने के लिए लड़ने के लिए उकसाता है।
कनाडा में रहने वाले हिंदुओं को कनाडा छोड़ने की धमकी देने और वरिष्ठ भारतीय राजनयिकों और सरकारी अफसरों को धमकी देने के कारण पन्नू सुर्खियों में है।