नई दिल्ली,12जून।पुरोला प्रधान संगठन ने 26 मई को पुरोला में नाबालिग को भगाने की कोशिश करने के मामले के बाद उपजे विवाद पर अब 15 जून को पुरोला में महापंचायत का एलान किया है। महापंचायत की घोषणा किए जाने के बाद अब ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने इसे लेकर ट्वीट किया है।
एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि 15 जून को होने वाली महापंचायत पर तुरंत रोक लगाई जाए। वहां रह रहे लोगों को सुरक्षा प्रदान किया जाए। उन्होंने कहा कि वहां से पलायन कर गए लोगों को वापस बुलाने का इंतज़ाम किया जाए। भाजपा सरकार का काम है कि गुनहगारों को जेल भेजे और जल्द अमन क़ायम हो।
उत्तरकाशी के पुरोला में एक समुदाय विशेष के लड़के द्वारा लड़की ले जाने के मामले में विवाद काफी बढ़ गया है। समुदाय विशेष के 12 लोग अब तक पुरोला में दुकानें खाली कर चुके हैं। अब 15 को महापंचायत की घोषणा की है। महापंचायत को विभिन्न व्यापारी संगठनों के साथ सामाजिक संगठनों ने समर्थन दिया है। यह मुद्दा राष्ट्रीय स्तर पर गर्म हो गया है। असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट कर इस महापंचायत को रोकने की मांग की है। इसके अलावा सेव उत्तराखंड मुस्लिम ट्विटर पर ट्रेंड कर रहा है।
वहीं बवाल के चलते पुरोला छोड़ चुके भाजपा अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष मो. जाहिद मलिक ने सोशल मीडिया पर बयान जारी कर कहा कि पुरोला में प्रदर्शन के दौरान समुदाय विशेष की महिलाओं के लिए अपशब्द बोले गए। जिसका पुरोला में रह रहे समुदाय विशेष के बाले खां सहित अशरफ और जावेद ने खंडन किया है।
मामले को लेकर बढ़ते आक्रोश के बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रदेश में लव जिहाद और लैंड जिहाद बढ़ाने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी। प्रदेश में जनसंख्या अनियंत्रण की स्थिति देखने को मिल रही है। राज्य में संदिग्ध लोग हैं जो यहां की शांति को भंग कर रहे हैं। उनके क्राइम रिकॉर्ड की जानकारी नहीं है, इसलिए पुलिस को चेकिंग और सत्यापन अभियान चलाने के लिए कहा गया है।
पुरोला में नाबालिग को भगाने के बाद उपजे विवाद के बाद बड़कोट में करीब 12 भवन स्वामियों ने मौखिक तौर पर अपनी दुकानें छोड़ने के लिए कहा है।