नई दिल्ली, 16 फरवरी।हिंदू धर्म में शिवरात्रि का व्रत बेहद ही महत्वपूर्ण और पवित्र माना जाता है. ऐसे में इस दिन भगवान शिव की पूजा की जाती है और उनसे सुखी जीवन के लिए प्रार्थना की जाती है. पूजा के दौरान भगवान शिव को लोग बहुत चीजें अर्पित करते हैं. उन्हीं में से एक है शमी का पता. बता दें यदि महाशिवरात्रि पर आप शमी का पत्ता भगवान शिव को अर्पित करते हैं तो जीवन में कई समस्याएं दूर हो सकती हैं. ऐसे में लोगों को शमी के पत्ते के महत्व के बारे में पता होना जरूरी है. आज का हमारा लेख इसी विषय पर है. आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि महाशिवरात्रि पर शमी के पत्र के महत्व और नियम क्या हैं. पढ़ते हैं आगे…
महाशिवरात्रि पर चढ़ाएं यह पता
महाशिवरात्रि पर भगवान शिव को शमी का पत्र अर्पित करें. बता दें कि शमी का पता भगवान शिव को बेहद ही प्रिय होता है. ऐसे में यदि श्रद्धालु भगवान शिव को यह पता अर्पित करते हैं तो इससे भगवान शिव का तुरंत आशीर्वाद प्राप्त हो जाता है.
महाशिवरात्रि के दिन सुबह उठकर स्नानादि करके भगवान शिव के मंदिर में जाएं और पूर्व या उत्तर की दिशा में मुख करके बैठें. इसके बाद तांबे के लोटे में जल भरकर उसमें गंगाजल डालकर सफेद चंदन और चावल मिलाकर भगवान शिव को अर्पित करें. साथ ही शमी के पत्तों को भी अर्पित करें. शमी के पत्तों को अर्पित करने के साथ-साथ भगवान शिव का अति प्रिय मंत्र ओम नमः शिवाय का जाप करें. महिलाएं ओम शिवाय नमः का जाप कर सकती हैं.
बता दें कि यदि शमी के पेड़ की पूजा की जाए तो इससे शनि दोष भी दूर हो सकता है. साथ ही जीवन में स्थिरता भी आती है इस पेड़ को बेहद शुभ माना जाता है.