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ओएनजीसी ने भारत के पूर्वी और पश्चिमी तटों पर गहरे पानी में खोज के लिए एक्सॉनमोबिल के साथ हेड्स ऑफ एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किए

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तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) ने भारत के पूर्वी और पश्चिमी तटों में गहरे पानी में खोज के लिए वैश्विक पेट्रोलियम दिग्गज एक्सॉनमोबिल के साथ हेड्स ऑफ एग्रीमेंट्स (एचओए) पर हस्ताक्षर किए हैं।

पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय में 17 अगस्त 2022 को ओएनजीसी के निदेशक (अन्वेषण) श्री राजेश कुमार श्रीवास्तव और एक्सॉनमोबिल इंडिया के सीईओ और लीड कंट्री मैनेजर डॉ. मोंटे के डॉबसन ने पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के सचिव श्री पंकज जैन की उपस्थिति में हेड्स ऑफ एग्रीमेंट्स पर हस्ताक्षर किए।

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पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय (केंद्र) के सचिव श्री पंकज जैन की उपस्थिति में ओएनजीसी के निदेशक (अन्वेषण) श्री राजेश कुमार श्रीवास्तव और एक्सॉनमोबिल इंडिया के सीईओ और लीड कंट्री मैनेजर डॉ मोंटे के डॉबसन के बीच हेड्स ऑफ एग्रीमेंट्स का आदान-प्रदान

सहयोग के क्षेत्र पूर्वी अपतट में कृष्णा गोदावरी और कावेरी बेसिन और पश्चिमी अपतट में कच्छ-मुंबई क्षेत्र पर केंद्रित हैं । पिछले कुछ वर्षों में अन्वेषण डेटा का वैज्ञानिक आदान-प्रदान हुआ है, जिसके कारण यह साझेदारी हुई है । ओएनजीसी और एक्सॉनमोबिल के बीच सहयोग एक रणनीतिक फिट होगा जहां ओएनजीसी के ज्ञान और इन क्षेत्रों में पिछले अनुभव को एक्सॉनमोबिल की वैश्विक अंतर्दृष्टि के साथ जोड़ा जाएगा।

इस अवसर पर पेट्रोलियम सचिव श्री पंकज जैन ने कहा, “ओएनजीसी जैसी राष्ट्रीय तेल कंपनी (एनओसी) और एक्सॉनमोबिल जैसी अंतर्राष्ट्रीय तेल कंपनी (आईओसी) के बीच साझेदारी पूरी ऊर्जा मूल्य श्रृंखला में ठोस लाभ लाएगी और अन्वेषण और उत्पादन प्रतिमान के लिए नए रास्ते खोलेगी । यह सहयोग भारत के पूर्वी तट में गहरे पानी की खोज में और आगे बढ़ने में हमारे विश्वास को बढ़ावा देगा जहां क्षमता काफी महत्वपूर्ण है।

ओएनजीसी के निदेशक (अन्वेषण) श्री राजेश कुमार श्रीवास्तव ने कहा, “अन्वेषण को आगे बढ़ाने के लिए इस रणनीतिक सहयोग के साथ, मैं लंबे समय तक चलने वाली साझेदारी की आशा करता हूं । खोज मार्ग के माध्यम से ओएनजीसी को विकास की ओर बढ़ने की उम्मीद है जिसमें एक्सॉनमोबिल की अंतर्निहित ताकत कुशल फास्ट-ट्रैक मुद्रीकरण के लिए फायदेमंद होगी । यह ओएनजीसी को भारत के लिए ऊर्जा सुरक्षा की दिशा में कदम सुनिश्चित करने में सक्षम बनाएगा।

एक्सॉनमोबिल इंडिया के सीईओ और लीड कंट्री मैनेजर डॉ. मोंटे के डोबसन ने कहा, “ओएनजीसी के साथ सहयोग करने का यह एक रोमांचक अवसर है । महान चीजें तब होती हैं जब सही लोग सहयोग करते हैं । उन्होंने आगे कहा कि एक्सॉनमोबिल मस्तिष्क शक्ति का 25 प्रतिशत वर्तमान में भारतीय गहरे पानी के मूल्यांकन में लगा हुआ है । एक्सॉनमोबिल इस सहयोग को अगले स्तर तक ले जाने के लिए तैयार है।”