
लखनऊ
हरियाणा के फरीदाबाद जिले से गिरफ्तार अयोध्या के रहने वाले अब्दुल रहमान के ISIS से जुड़ने का खुलासा हुआ है। अब्दुल रहमान ने ISIS के हैंडलर अबू सुफियान के संपर्क में आकर अयोध्या स्थित राम मंदिर पर हमले की साजिश रची थी। अबू सुफियान ने ही उसे इस आतंकी हमले के लिए उकसाया था।
अब्दुल रहमान की आतंकवादी गतिविधियों का खुलासा
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, अब्दुल रहमान के सोशल मीडिया पर हथियार चलाने के वीडियो अपलोड करने के बाद वह सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर आ गया था। गिरफ्तार करने के बाद उसके घर से सुरक्षा बलों ने कई डमी हथियार बरामद किए हैं, जिनमें लकड़ी की बंदूक, एयर गन, रॉकेट लांचर, पिस्तौल और हैंड ग्रेनेड के डमी शामिल हैं। ये सभी डमी हथियार अब्दुल रहमान की निशानदेही पर बरामद किए गए।
राम मंदिर पर हमला करने की थी योजना
बताया जा रहा है कि अब्दुल रहमान की गिरफ्तारी के बाद सुरक्षा एजेंसियां उससे पूछताछ कर रही हैं और अब अयोध्या/फैजाबाद में उसके साथियों और मददगारों की तलाश की जा रही है। बता दें कि 2 मार्च को गुजरात एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (ATS) और फरीदाबाद स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने संयुक्त ऑपरेशन में उसे गिरफ्तार किया था। अब्दुल रहमान (19) उत्तर प्रदेश के फैजाबाद (अयोध्या) का रहने वाला है और उसे फरीदाबाद से गिरफ्तार किया गया था, जहां वह आतंकी साजिश को अंजाम देने की तैयारी में था। उसके पास से दो हैंड ग्रेनेड भी बरामद हुए थे, जिन्हें सुरक्षा बलों ने तुरंत निष्क्रिय कर दिया था।
ISIS से जुड़े अब्दुल रहमान का आतंकवादी नेटवर्क
पुलिस के मुताबिक, अब्दुल रहमान पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के संपर्क में था और उसे अयोध्या के राम मंदिर पर आतंकी हमले के लिए तैयार किया गया था। जांच में यह भी सामने आया है कि वह कई कट्टरपंथी संगठनों से जुड़ा था और फैजाबाद में एक मटन शॉप चला रहा था। अब्दुल रहमान ने पहले भी अयोध्या के राम मंदिर की रेकी की थी और वहां की सुरक्षा व्यवस्था की महत्वपूर्ण जानकारी ISI को दी थी। आतंकियों का उद्देश्य राम मंदिर पर हैंड ग्रेनेड से हमला करके बड़े पैमाने पर तबाही मचाना था।