
चंदाैली
चंदाैली के अलीनगर थाना के तारापुर स्थित बंद रेलवे फाटक पार करते समय बाइक सवार दो युवकों की मौत हो गई। दोनों फुटबॉल खिलाड़ी थे और खेलने निकले थे। दोनों ने कान में इयरफोन लगा रखा था, जिससे ट्रेन की आवाज नहीं सुन सके। गेटमैन भी चिल्लाता रह गया। ट्रेन में फंसकर बाइक 500 मीटर तक घिसटती गई। घटना से ट्रेन भी आधे घंटे तक रुकी रही।
जानकारी के अनुसार, शहाबगंज थाना के अरारी गांव निवासी सुदर्शन पासवान का पुत्र प्रमोद पासवान (22) दयालपुर अपने ननिहाल में रहकर सेना में भर्ती की तैयारी में जुटा हुआ था। इसके साथ ही वह फुटबॉल का भी अच्छा खिलाड़ी था।
वहीं, जीवनपुर गांव निवासी मुन्नीलाल का पुत्र आकाश यादव (22) भी फोर्स की तैयारी के साथ फुटबॉल खेलता था। दोनों दोस्त रोजाना की तरह रविवार की सुबह 6 बजे घर से तारापुर स्थित खेल मैदान में जाने के लिए बाइक से निकले। सुबह करीब साढ़े 6 बजे तारापुर स्थित रेलवे फाटक के पास पहुंच गए।
इस दौरान फाटक बंद मिला तो बगल से मोटरसाइकिल को निकाल रेलवे लाइन पार करने लगे। इस बीच, दूसरी तरफ से ट्रेन आ गई। कान में इयरफोन लगा होने के कारण दोनों को गाड़ी की आवाज नहीं सुनाई दी। गेटमैन भी तेज तेज से चिल्ला रहा था। लेकिन सुनाई नहीं पड़ने पर ट्रेन की चपेट में आने से दोनों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
पीडीडीयू नगर की तरफ जा रही मेमो गाड़ी के इंजन में फंसकर दोनों लगभग 500 मीटर दूर घिसटते गए। इसके कारण गाड़ी वहीं रुक गई। जानकारी होने पर पहुंचे रेल कर्मचारियों व अधिकारियों ने मोटरसाइकिल इंजन से निकाल गाड़ी को आगे रवाना किया। लगभग आधे घंटे तक गाड़ी रुकी रही।
खेल मैदान में खेल रहे अन्य खिलाड़ियों ने दोनों युवकों की पहचान कर इसकी सूचना पुलिस और परिजनों को दी। घटना की जानकारी होते ही परिजनों में कोहराम मच गया। आसपास के लोगों की काफी भीड़ एकत्र हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय भेज दिया।
इस संबंध में अलीनगर थानाध्यक्ष विनोद मिश्रा ने बताया कि आगे की कार्रवाई की जा रही है। दोनों युवा खिलाड़ियों के ऊपर परिवार का गर्व था। लेकिन इयरफोन ने दोनों परिवार के चिराग को बुझा दिया। प्रमोद की मई महीने में शादी होने वाली थी। आकाश के बहन की भी एक महीने बाद शादी होने वाली थी। लेकिन यह खुशी गम में बदल गई।