
मथुरा
मथुरा सहित 12 जिलों में भारतीय सेना में अग्निवीरों की भर्ती के लिए ऑनलाइन पंजीकरण प्रारंभ हो गए हैं। आवेदक 10 अप्रैल तक पंजीकरण करा सकते हैं। पंजीकरण कराने के बाद ही ऑनलाइन सामान्य प्रवेश परीक्षा (CEE) में बैठ सकते हैं। सेना से मिली जानकारी के अनुसार आगरा स्थित सेना भर्ती कार्यालय के अंतर्गत अलीगढ़, एटा, इटावा, फिरोजाबाद, हाथरस, जालौन, झांसी, कासगंज, ललितपुर, मैनपुरी, मथुरा और आगरा के अभ्यर्थियों की भर्ती की जाएगी। सामान्य ड्यूटी के साथ तकनीकी, क्लर्क, स्टोर कीपर व अग्निवीर ट्रेड्समैन के लिए 10वीं और 8वीं पास युवा आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए ऑनलाइन सामान्य प्रवेश परीक्षा (CEE) पहला कदम है। इस परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों की ही सेना भर्ती रैली आयोजित होगी।
क्या है आयु सीमा?
साढ़े 17 वर्ष से 21 वर्ष की आयु के अभ्यर्थी पंजीकरण के पात्र हैं। अग्निवीर तकनीकी ट्रेड में प्रवेश के लिए पालिटेक्निक व आइटीआइ डिप्लोमा होना चाहिए। ऑनलाइन सामान्य प्रवेश परीक्षा अंग्रेजी, हिंदी, मलयालम, कन्नड़, तमिल, तेलुगु, पंजाबी, उड़िया, बंगाली, उर्दू, गुजराती, मराठी और असमिया भाषा में आयोजित की जाएगी। वर्ष के अंत में सेना भर्ती रैली आयोजित की जाएगी। joinindianarmy.nic.in पर जाकर ऑनलाइन पंजीकरण किया जा सकता है। अभ्यर्थियों को ऑनलाइन एडमिट कार्ड जारी किए जाएंगे। अभ्यर्थी पात्रता के आधार पर दो अग्निवीर श्रेणियों में आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए दो श्रेणियों के फार्म अलग-अलग भरने होंगे।
अब अग्निवीर के लिए होगा अनुकूलनशीलता परीक्षण
इस वर्ष से शारीरिक फिटनेस टेस्ट व शारीरिक माप परीक्षण उत्तीर्ण करने वाले अभ्यर्थियों को अनुकूलनशीलता परीक्षण (अडाप्टेबिलिटी टेस्ट) भी पास करना होगा। इसमें परखा जाएगा कि अभ्यर्थी सैन्य जीवन की चुनौतियों के अनुकूल हैं या नहीं। आवेदक इस परीक्षा के बाद ही मेडिकल परीक्षा और आगे की भर्ती प्रक्रिया के लिए पात्र होंगे।
स्वरोजगार के लिए 11 बैंकों ने दिया 8़ 50 करोड़ का ऋण
वहीं उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना के तहत स्वरोजगार के लिए 170 युवाओं को ऋण दिया गया है। इनमें से हर युवा को बैंकों से पांच लाख रुपये तक का ब्याज मुक्त ऋण दिया गया है। सबसे ज्यादा ऋण ग्रामीण आर्यावर्त बैंक ने 44 आवेदकों को वितरित किए हैं। इस योजना के तहत 1000 के लक्ष्य के सापेक्ष अब तक कुल 1502 आवेदन हुए हैं।
शासन ने युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास योजना प्रारंभ की गई है। इसका उद्देश्य शिक्षित व प्रशिक्षित युवाओं को स्वरोजगार से जोड़कर नए सूक्ष्म उद्यमों की स्थापना है। इस योजना के अंतर्गत अधिकतम पांच लाख रुपये तक का चार वर्ष के लिए ब्याज मुक्त ऋण जिले की बैंक शाखाओं के माध्यम से दिया जा रहा है। लेकिन बैंक इस योजना को लेकर कतई गंभीर नहीं हैं।
इस योजना में अब तक 1502 कुल आवेदन आए हैं। इनमें स्वीकृत 350 आवेदन हुए हैं, जबकि ऋण वितरण 170 को हुआ है। जबकि 416 आवेदन अस्वीकृत किए गए हैं। अभी तक 719 आवेदन लंबित हैं। इस प्रकार 8़ 50 करोड़ रुपये का ऋण आवेदकों को दिया गया है। सबसे ज्यादा 44 युवाओं को ग्रामीण आर्यावर्त बैंक ने वितरित किए हैं।