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नई दिल्ली
हैनली पासपोर्ट इंडेक्स 2025 में दुनियाभर के देशों की पासपोर्ट रैंकिंग जारी की गई है। इस लिस्ट में भारत के पासपोर्ट का भी हाल बताया गया है। भारत के पासपोर्ट धारक कुल 58 देशों में बिना वीजा यात्रा कर सकते हैं। हैनली पासपोर्ट इंडेक्स 2025 के अनुसार, भारत का पासपोर्ट ग्लोबल रैंकिंग में 80वें स्थान पर है। इस रैंकिंग में देशों को उनकी वीजा-मुक्त पहुंच के आधार पर आंका जाता है। वहीं, सिंगापुर का पासपोर्ट दुनिया का सबसे शक्तिशाली पासपोर्ट बनकर उभरा है, जो 193 देशों में बिना वीजा के प्रवेश की सुविधा देता है।
दूसरे स्थान पर जापान और दक्षिण कोरिया
हैनली पासपोर्ट इंडेक्स 2025 के अनुसार, इस लिस्ट में जापान और दक्षिण कोरिया संयुक्त रूप से दूसरे स्थान पर हैं, इन देशों के नागरिक 190 देशों की यात्रा बिना पूर्व वीजा के कर सकते हैं। वहीं, डेनमार्क, फिनलैंड, फ्रांस, जर्मनी, आयरलैंड, इटली और स्पेन 189 देशों की वीजा-मुक्त यात्रा के साथ तीसरे स्थान पर काबिज हैं। अफगानिस्तान इस सूची में सबसे नीचे 99वें स्थान पर है, जिसके नागरिक केवल 25 देशों की यात्रा कर सकते हैं। वहीं सीरिया और इराक 27 और 30 देशों की वीजा-मुक्त यात्रा के साथ 98वें और 97वें स्थान पर हैं।
रैंकिंग में हुए दिलचस्प बदलाव
इस साल की रैंकिंग में कुछ दिलचस्प बदलाव भी देखने को मिले हैं। पिछले वर्ष सिंगापुर और जापान समेत छह देश संयुक्त रूप से पहले स्थान पर थे, लेकिन अब सिंगापुर ने खुद को सबसे ऊपर पहुंचा लिया है। जापान भी वीजा-मुक्त यात्रा के लिए चीन तक पहुंच बहाल करने के बाद दूसरे स्थान पर बना हुआ है। वहीं, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) बीते दशक में सबसे तेज उभरने वाला देश रहा है, यूएई ने 2015 से अब तक 72 देशों की वीजा-मुक्त यात्रा सुविधा हासिल कर ली है और अब 10वें स्थान पर पहुंच गया है।
अमेरिका की पासपोर्ट का क्या हाल
दूसरी ओर, अमेरिका और वेनेजुएला इस सूची में सबसे अधिक गिरावट झेलने वाले देश बने हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, अमेरिकी राजनीतिक नीतियां और बढ़ती संरक्षणवादी प्रवृत्तियां इसकी वैश्विक यात्रा स्वतंत्रता को प्रभावित कर रही हैं। वहीं, चीन भी वीजा-मुक्त यात्रा में तेजी से सुधार कर रहा है और अब 60वें स्थान पर पहुंच चुका है।