Online News Portal for Daily Hindi News and Updates with weekly E-paper

छत्तीसगढ़-बिलासपुर की गुरु घासीदास यूनिवर्सिटी के 15 को दीक्षांत समारोह में आएंगे उपराष्ट्रपति धनखड़

23
Tour And Travels

बिलासपुर।

छत्तीसगढ़ की न्यायधानी में स्थित नैक से ए++ ग्रेड प्राप्त गुरु घासीदास विश्वविद्यालय (केंद्रीय विश्वविद्यालय) का ग्यारहवां दीक्षांत समारोह दिनांक 15 जनवरी, 2025 को सुबह 11 बजे रजत जयंती सभागार में आयोजित होगा। ग्यारहवें दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि भारत गणराज्य के उपराष्ट्रपति महोदय जगदीप धनखड़ होंगे।

उपराष्ट्रपति के मुख्य आतिथ्य स्वीकार करने और विश्वविद्यालय में पधारने की सूचना से समूचे विश्वविद्यालय परिवार में हर्ष एवं उत्साह का वातावरण निर्मित हो गया है। बता दें कि गुरु घासीदास विश्वविद्यालय के ग्यारहवें दीक्षांत समारोह में उपराष्ट्रपति के अलावा छत्तीसगढ़ राज्य के राज्यपाल महोदय रामेन डेका, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, अतुल कोठारी, राष्ट्रीय सचिव शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास, नई दिल्ली और प्रो. टी.जी. सीताराम, चेयरमैन एआईसीटीई विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल होंगे। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल द्वारा ग्यारहवें दीक्षांत समारोह की तैयारियों की समीक्षा की जा रही है। समिति के समन्वयकों के साथ आयोजित बैठकों में निरंतर चल रही गतिविधियों के विषय में अपडेट एवं आवश्यकता के अनुसार दिशा-निर्देश प्रदान किए जा रहे हैं।

दो सत्रों में होगा उपाधि और पदक वितरण
ग्यारहवें दीक्षांत समारोह में शैक्षणिक सत्र 2022-23 एवं 2023-24 की विभिन्न परीक्षाओं (स्नातक, स्नातकोत्तर व पत्रोपाधि) में प्रावीण्य सूची में प्रथम स्थान पाने वाले विद्यार्थी शामिल होंगे। साथ ही वे शोधार्थी जो 01 जनवरी, 2023 से 31 दिसंबर, 2024 के मध्य पीएचडी उपाधि हेतु पात्र गए हैं, शामिल होंगे। दीक्षांत समारोह की रिहर्सल हेतु विद्यार्थियों को समारोह स्थल पर 11 बजे अपनी उपस्थिति दर्ज करनी होगी।

279 विद्यार्थियों को मिलेंगे पदक और उपाधि
ग्यारहवें दीक्षांत समारोह में 122 शोधार्थियों को पीएचडी की उपाधि तथा 157 विद्यार्थियों को स्वर्ण मंडित पदक प्रदान किए जाएंगे। इनमें विश्वविद्यालय पदक, चांसलर पदक एवं गुरु घासीदास विश्वविद्यालय पदक तथा दानदाता पदक शामिल हैं।

पारंपरिक वेशभूषा में होगा उपाधि वितरण
ग्यारहवें दीक्षांत समारोह में भारतीय संस्कृति के अनुरूप वेशभूषा का चयन किया गया है। ग्यारहवें समारोह में छत्तीसगढ़ की स्थानीयता को प्रदर्शित करने के लिए कोसा को विशेष रूप से शामिल किया गया है। दीक्षांत शोभायात्रा के सम्मानीय सदस्यों, स्वर्ण मंडित पदक प्राप्त करने वाले एवं पीएचडी उपाधि प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं के लिए पृथक-पृथक वेशभूषा रखी गई है।

दीक्षांत हेतु 19 समितियों का गठन
ग्यारहवें दीक्षांत समारोह की विस्तृत तैयारियों को ध्यान में रखते हुए कार्यक्रम के सफल संपादन हेतु विभिन्न 19 समितियों का गठन किया गया है। दीक्षांत समारोह के संयोजक प्रो. मनीष श्रीवास्तव, सह-संयोजक प्रो. एम.एन. त्रिपाठी एवं डॉ. संपूर्णानंद झा को बनाया गया है।