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विदेश मंत्री एस जयशंकर ने लोकसभा में कहा कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के साथ हो रहे व्यवहार को लेकर भारत चिंतित है

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नई दिल्ली
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को लोकसभा में कहा कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के साथ हो रहे व्यवहार को लेकर भारत चिंतित है और उम्मीद करता है कि ढाका अपने खुद के हित में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए कदम उठाएगा।

उन्होंने प्रश्नकाल के दौरान पूरक प्रश्नों के उत्तर देते हुए यह भी कहा कि भारत, पाकिस्तान के साथ ‘आतंकवाद मुक्त’ संबंध चाहता है और ऐसे में ‘‘गेंद इस्लामाबाद के पाले में है’’। हैदराबाद से लोकसभा सदस्य असदुद्दीन ओवैसी ने सवाल किया कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय की सुरक्षा के लिए सरकार क्या कदम उठा रही है?

इस पर विदेश मंत्री ने कहा, ‘‘बांग्लादेश की यह स्थिति चिंता का विषय है। अल्पसंख्यकों पर हमले की कई घटनाएं हुई हैं। हमें उम्मीद है कि बांग्लादेश खुद के हित में ऐसे कदम उठाएगा कि अल्पसंख्यक सुरक्षित रहें।’’

जयशंकर का कहना था कि बांगलादेश के साथ विकास परियोजनाओं का अच्छा इतिहास है और उम्मीद है कि वहां नए प्रशासन के आने के बाद परस्पर सम्मान और लाभ वाला संबंध होगा। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद नवीन जिंदल द्वारा पाकिस्तान के साथ संबंधों में सुधार से जुड़ा पूरक प्रश्न पूछे जाने पर कहा, ‘‘हम अच्छा रिश्ता चाहते हैं, लेकिन हम आतंकवाद से मुक्त संबंध चाहते हैं। यह पाकिस्तानी पक्ष को दिखाना है कि वे अतीत के व्यवहार को बदल रहे हैं…अब गेंद पाकिस्तान के पाले में है।’’

विदेश मंत्री ने कहा कि दोनों देशों के बीच व्यापार में बाधा पाकिस्तान सरकार के 2019 के फैसले के कारण हुई है। नेपाली नोट पर छपे मानचित्र में कुछ भारतीय क्षेत्रों को नेपाल का बताए जाने संबंधी ओवैसी के सवाल पर जयशंकर ने कहा कि नेपाल के साथ सीमा मामले पर भारत सरकार का रुख स्पष्ट है तथा यदि कोई समझता है कि कुछ ऐसा करने से भारत का रुख बदल जाएगा, तो यह नहीं होगा।