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गिलेस्पी ने भी पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कोच पद से दिया इस्तीफा, जानिए क्यों

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कराची

पाकिस्तान क्रिकेट टीम लंबे समय से विभिन्न कारणों से सुर्खियों में रही है, और हाल ही में एक और बड़ी घटना ने इस चर्चा को और बढ़ा दिया है. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के साथ टीम मैनेजमेंट में उथल-पुथल जारी है, जिसमें कप्तान, कोच और सेलेक्टर्स के इस्तीफे शामिल हैं. अब, पाकिस्तान क्रिकेट के लिए एक और झटका सामने आया है, जब कोच जेसन गिलेस्पी (Jason Gillespie) ने पाकिस्तान की टेस्ट टीम के साथ दक्षिण अफ्रीका के आगामी दौरे पर जाने से इनकार कर दिया है और रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्होंने पीसीबी को अपना इस्तीफा भी सौंप दिया है.
पाकिस्तान क्रिकेट की बिगड़ती हालत

इस घटना के पीछे कुछ अहम कारण सामने आए हैं. पाकिस्तान टीम की वर्तमान स्थिति वर्ल्ड क्रिकेट में बिगड़ती जा रही है, और टीम के प्रदर्शन में निरंतर गिरावट दिखाई दे रही है. साल की शुरुआत में, पाकिस्तान ने भारत को वर्ल्ड चैंपियन बनाने वाले कोच गैरी कर्स्टन को व्हाइट-बॉल फॉर्मेट में हेड कोच की जिम्मेदारी दी थी, लेकिन कुछ महीनों बाद ही उन्होंने पाकिस्तान क्रिकेट टीम से अपने कार्यकाल को बीच में छोड़ दिया. अब, जेसन गिलेस्पी ने भी पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को बड़ा झटका दिया है.

वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के प्वाइंट्स टेबल में पाकिस्तान की स्थिति पहले से ही नाजुक है, और टीम के लिए स्थिति को बचाने का अंतिम मौका दक्षिण अफ्रीका दौरे से जुड़ा हुआ था. लेकिन क्रिकबज की रिपोर्ट्स के अनुसार, गिलेस्पी ने पाकिस्तान टीम के साथ इस दौरे पर जाने से साफ इनकार कर दिया है. इसके अलावा, उन्होंने अपने पद से इस्तीफा भी दे दिया है.
इस्तीफे के पीछे मुख्य वजह

गिलेस्पी की कोचिंग में पाकिस्तान ने हाल ही में इंग्लैंड और बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेली थी. इंग्लैंड के खिलाफ पाकिस्तान ने 2-1 से सीरीज जीतने में सफलता हासिल की, लेकिन बांग्लादेश के खिलाफ टीम को ऐतिहासिक हार का सामना करना पड़ा. गिलेस्पी के इस्तीफे के पीछे मुख्य वजह पीसीबी के कुछ फैसले हैं, जिनसे वह नाखुश थे. खासकर सहायक कोच टिम नीलसन के कॉन्ट्रैक्ट को न बढ़ाने का फैसला, गिलेस्पी के लिए निराशाजनक था, और इसी कारण उन्होंने यह महत्वपूर्ण कदम उठाया है.

अब, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को एक बार फिर अपनी टीम मैनेजमेंट के मामलों को लेकर गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता है, क्योंकि लगातार हो रहे बदलाव टीम के प्रदर्शन पर गहरा प्रभाव डाल रहे हैं.