अमृतसर.
अमृतसर देहात क्षेत्र के अंतर्गत अजनाला थाने के कुछ ही दूरी पर रविवार की सुबह एक आईईडी बरामद की गई है। इसकी सूचना स्थानीय लोगों ने पुलिस को दी थी। इस आईईडी में विस्फोटक काफी ज्यादा था। इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस पुलिस ने कब्जे में ले ली है और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे खंगालने शुरू कर दिए हैं। पुलिस आरोपितों का पता लगाने में जुटी है कि रात किस समय यह आईईडी यहां छोड़ी गई। बता दें कि पहले मोहाली फिर तरणतारण और अब अमृतसर के अजनाला थाने के बाहर आईईडी रखना सुरक्षा एजेंसी के लिए चुनौती है। पाकिस्तान की तरफ से ड्रोन की सहायता से हथियार नशा और आईईडी लगातार भेजी जा रही है।
आईई़डी का मैकेनिज्म जानने में लगी पुलिस
भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित देश के आखिरी थाने अजनाला के बाहर मिली आईईडी का मैकेनिज्म जानने में पुलिस और सेना के विशेषज्ञ लगे हैं। इतना पता चला है कि यह विस्फोटक काफी खतरनाक था। हालांकि प्राथमिक जांच में पुलिस अधिकारियों की आईईडी की ताकत का पता लग चुका है। लेकिन सुरक्षा के नजरिए से इसे सार्वजनिक नहीं किया जा रहा।
उधर, पुलिस की दूसरी टीम सीसीटीवी कैमरे खंगालने में लगी है। पता चला है कि रात पौने दस बजे के आसपास बाइक पर सवार दो युवक थाने के बाहर पहुंचे थे और अंधेरे में उन्होंने इस आईईडी को थाने के बाहर रख दिया। पुलिस थाने के बाहर के बाद अन्य जगहों की भी सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है।
ताकि जल्द से जल्द आरोपितों का पता लगाकर उन्हें गिरफ्तार किया जा सके। एसएसपी चरणजीत सिंह ने बताया कि आरोपितों को भी जल्द काबू कर लिया जाएगा। इस मामले में पुलिस आतंकी-गैंगस्टर मॉड्यूल को देख रही है। क्योंकि कनाडा और अमेरिका में बैठे आतंकी से बने गैंगस्टर बेरोजगारों को चंद पैसे देकर इस तरह की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। पुलिस इस बारे में कुछ देर बाद प्रेस कांफ्रेंस कर सकती है।
वहीं, इससे पहले पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने दीपावली के आसपास पंजाब में बड़ी घटना को अंजाम देने की साजिश रची थी। इसके लिए आतंकी-गैंगस्टर गठजोड़ की मदद ली गई थी, लेकिन पंजाब पुलिस ने आतंकियों के मंसूबे पर पानी फेर दिया। घटना को अंजाम देने से पहले ही पुलिस सतर्त हो गई।