नालंदा.
नालंदा में निगरानी की टीम ने बड़ी कार्रवाई की है। बुधवार को सिलाव प्रखंड के सहकारिता पदाधिकारी प्रशांत कुमार को ₹50,000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। निगरानी विभाग के डीएसपी सुधीर कुमार के अनुसार, यह कार्रवाई गोरमा पैक्स के अध्यक्ष अमन कुमार की शिकायत पर की गई। अमन कुमार ने 25 अक्टूबर को शिकायत दर्ज कराई।
अमन कुमार ने आरोप लगाया कि प्रशांत कुमार मतदाता सूची से 14 लोगों के नाम हटाने के एवज में ₹50,000 की मांग कर रहे थे। पैक्क्स अध्यक्ष के शिकायत के आधार पर मामले की जांच की गई है। इसमें सामने आया कि आरोपी सहकारिता पदाधिकारी प्रशांत कुमार ने मतदाता सूची में गलत तरीके से दर्ज किए गए नामों को हटाने के लिए रिश्वत की मांग की थी। निगरानी विभाग ने शिकायत की पुष्टि के बाद 11 नवंबर को मामला दर्ज किया और एक सटीक योजना के तहत कार्रवाई की गई।
कई बड़ी कार्रवाई की जा रही है
जब आरोपी अधिकारी सोहसराय थाना क्षेत्र के जगदंबा होटल के पास रिश्वत की राशि प्राप्त कर अपनी गाड़ी में रख रहे थे, तभी डीएसपी सुधीर कुमार और केस के अनुसंधानकर्ता मणिकांत कुमार के नेतृत्व में 11 सदस्यीय टीम ने उन्हें धर दबोचा। टीम ने तत्काल नोटों का मिलान कर पुष्टि की और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। निगरानी विभाग के डीएसपी ने बताया कि आरोपी को आगे की कार्रवाई के लिए पटना ले जाया गया है। यह मामला राज्य में भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रहे अभियान का हिस्सा है, जिसके तहत कई बड़ी कार्रवाई की जा रही है।