भोपाल
रफ्तार के शौक ने राजधानी भोपाल के मेडिकल कॉलेज में पढ़ रहे फाइनल ईयर के दो छात्रों की जान ले ली। सोमवार रात 3.30 बजे महावीर मेडिकल कॉलेज के छात्र रोमिल शाक्य (24) और समर्थ पाटीदार (24) परवलिया मुबारकपुर जोड़ स्थित ढाबे से खाना खाकर बिना हेलमेट लौट रहे थे। रोमिल स्पोर्ट्स बाइक चला रहा था। समर्थ पीछे बैठा था।
100 की रफ्तार में एयरपोर्ट रोड से एयरोसिटी वाली सड़क पर बाइक पहुंची तो मोड़ पर अनियंत्रित हो गई। बाइक डिवाइडर पर लगे करीब 6 इंच मोटे कनेर के पेड़ से टकरा गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि रोमिल 10 फीट दूर जाकर गिरा। कनेर का पेड़ भी टूट गया। रोहित दूसरी ओर फेंकाया। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।
हादसा इतना भयावह था कि बाइक कई टुकड़ों में बंट गई। हैंडिल तक अलग हो गया। राहगीरों ने देखा और डायल-100 को सूचना दी। जब तक पुलिस पहुंची, दोनों मेडिकल छात्रों की सांसें थम चुकी थीं।
बेटे की मौत से टूटे पिता, सपने रह गए अधूरे
समर्थ बड़वानी जिले का रहने वाला था। यहां महावीर मेडिकल कॉलेज में पढ़ रहा था। पिता राकेश पाटीदार किसान हैं। बेटे की मौत की खबर से वे टूट गए। उनके मुंह से यही निकला कि अब बेटा डॉक्टर बनने वाला था। वह परिवार के सपने पूरे करता। अब सब अधूरे रह गए। उसका साथी रोमिल मूलत: ग्वालियर का रहने वाला है। उसके पिता बीपी शाक्य नर्मदा प्रोजेक्ट में महेश्वर में सब इंजीनियर हैं। परिवार इंदौर में रहता है।
बिना हेलमेट फर्राटे, कई परिवार उजड़ गए
7 सितंबर: भोपाल में नेहरू नगर चौराहे पर तेज रफ्तार कार ने मैनिट के स्कॉलर राहुल सिंह की बाइक को टकर मारी। हेलमेट नहीं पहना था, मौत।
23 जून: भोपाल में यश श्रीवास्तव, झल्ला जाट, संदीप नागर बाइक से जा रहे थे। गति तेज थी कि बाइक कमला पार्क स्थित चमेली वाले बाबा मजार से टकराई, तीनों की मौत।
19 सितंबर: भोपाल में चूनाभट्ठी में रॉन्ग साइड से बाइक चला रहा था। हेलमेट नहीं थी, कार ने टक्कर मारी, मौत
2023 में सड़क दुर्घटना में मप्र में 13,798 मौतें
2022 में कुल दुर्घटनाएं 4.61 लाख
2023 में 4.8 लाख। 2023 में सड़क हादसों में 2.8% वृद्धि, 13798 की मौत हर साल होने वाली मौतों में 60% लोगों की उम्र 18-34 साल
2022 में 1.68 लाख मौतें
2023 में 4.63 लाख मौतें