समस्तीपुर.
दिवाली और महापर्व छठ के दौरान संभावित भीड़ को नियंत्रित करने के लिए रेलवे मंडल प्रशासन ने व्यापक तैयारी की है। रेलवे लाइन के किनारे 100 से अधिक छठ घाट मौजूद हैं, इसलिए छठ अर्घ्य के दिन ट्रेनों की गति को 30 किलोमीटर प्रति घंटे तक सीमित कर दिया जाएगा। ट्रेन चालकों को निर्देश दिया गया है कि वे घाटों के पास से गुजरते समय सीटी बजाते हुए सतर्कता से ट्रेन चलाएं। यह कदम छठ पर्व के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।
रेलवे मंडल के डीआरएम विनय श्रीवास्तव ने जानकारी दी कि समस्तीपुर, दरभंगा और सहरसा जैसे भीड़भाड़ वाले स्टेशनों पर अतिरिक्त PRS टिकट काउंटर खोले जाएंगे। वर्तमान में तीन अतिरिक्त काउंटर खोलने की योजना है और आवश्यकता पड़ने पर इसे और बढ़ाया जाएगा। इसके अलावा, रक्सौल, बापूधाम मोतिहारी, बेतिया, सीतामढ़ी, जयनगर और पूर्णिया कोर्ट समेत अन्य प्रमुख स्टेशनों पर भी अतिरिक्त बुकिंग काउंटर खोले जा रहे हैं। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए विशेष UTS काउंटर भी लगाए जाएंगे।
भीड़ नियंत्रण के लिए अधिकारियों की तैनाती
मंडल के 11 प्रमुख स्टेशनों पर भीड़ नियंत्रण और मॉनिटरिंग के लिए विभिन्न विभागों के अधिकारियों की तैनाती 24 घंटे के लिए की जाएगी। इसके साथ ही कंट्रोल रूम में एक ‘वार रूम’ स्थापित किया जाएगा, जहां से सभी व्यवस्थाओं की निगरानी की जाएगी और जरूरत के अनुसार निर्देश दिए जाएंगे।
प्लेटफार्म परिवर्तन के नियम
डीआरएम ने स्पष्ट किया कि अंतिम समय में प्लेटफार्म में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। केवल आपातकाल की स्थिति में, एक घंटे पहले या पर्याप्त समय रहते प्लेटफार्म बदला जाएगा। यात्रियों को उद्घोषणा प्रणाली के माध्यम से समय पर जानकारी दी जाएगी। बिना एडीआरएम की मंजूरी के प्लेटफार्म परिवर्तन नहीं किया जाएगा।
अतिरिक्त कर्मचारी और सहायता केंद्र
भीड़भाड़ की स्थिति को देखते हुए सभी फुट ओवर ब्रिज, टिकट काउंटर्स, एटीवीएम और पूछताछ काउंटरों पर अतिरिक्त कर्मियों की नियुक्ति की जाएगी। प्लेटफार्म पर अधिक भीड़ होने पर ट्रेनों को एक-दो मिनट तक अतिरिक्त रोका जाएगा ताकि सभी यात्री आसानी से चढ़-उतर सकें। ‘मे आई हेल्प यू’ काउंटरों पर राज्य सरकार के अधिकारियों को भी शामिल किया जाएगा, जो यात्रियों को स्टेशनों पर उपलब्ध सुविधाओं के बारे में जानकारी देंगे। इस विशेष तैयारी के साथ रेलवे मंडल प्रशासन ने दिवाली और छठ के दौरान यात्रियों की सुरक्षा और सुविधाओं को प्राथमिकता दी है। ताकि भीड़ को नियंत्रित किया जा सके और यात्रियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।