बालोद.
छत्तीसगढ़ के बालोद जिले के अर्जुन्दा नगर में अंतिम संस्कार के दौरान मधुमक्खियों ने लोगों कर हमला कर दिया और लगभग 15 लोगों को मधुमक्खियों ने डंक मारा। आनन-फानन में सभी को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है, जिनका इलाज किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि शव को मुक्ति धाम जलाने के लिए ले जाने के दौरान मधुमक्खियों ने हमला किया।
इसमें दो पुलिस कर्मी एक विचाराधीन आरोपी समेत 15 लोग घायल हुए हैं। यहां पर विचाराधीन आरोपी के पिता का अंतिम संस्कार का कार्यक्रम होना था, इसी दरम्यान ये हादसा हुआ है। जानकारी के अनुसार, यह पूरी घटना दाऊपारा की बताई जा रही है। अंतिम संस्कार के दौरान मधुमक्खियों के हमले से लोग यहां-वहां भागने लगे। जिससे अफरा-तफरी मच गई। लोगों ने जैसे-तैसे अपनी जान बचाई। यह पूरा मामला एक विचाराधीन कैदी के पिता के अंतिम संस्कार के दौरान का है। पूरे मामले पर स्वास्थ्य विभाग की टीम बचाव कार्य में जुटी हुई है। अर्जुंदा थाना प्रभारी प्रदीप कंवर ने बताया कि घटना की जानकारी है लेकिन क्या-क्या हुआ है, मैं नहीं बता सकता। हमारे एक विचाराधीन कैदी को मधुमक्खी ने काटा है। जिसका नाम प्रवीण चंदेल है और उसकी स्थिति कैसी है, इसकी जानकारी अस्पताल से मिलेगी। मुझे इस संदर्भ में जानकारी नहीं है।
जानिए पूरी घटना
दरअसल रविवार को अर्जुंदा नगर के रहने वाले 65 वर्षीय किशोर चंदेल की मौत हो गई। किशोर का बेटा प्रवीण चंदेल डॉक्टर के साथ मारपीट के मामले में जेल में था। जिसे पिता का अंतिम संस्कार करने के लिए न्यायालय से अनुमति मिली। अनुमति मिलने के बाद प्रवीण चंदेल तीन पुलिस कर्मियों के साथ अपने घर पहुंच कर अपने पिता की अंतिम यात्रा में शामिल हुआ। इसके बाद अन्य रिश्तेदारों और सगे संबंधियों के साथ मृतक किशोर चंदेल की अंतिम यात्रा निकाली गई और जैसे ही मुक्तिधाम पहुंचने वाले थे, उससे कुछ ही दूर पहले अचानक मधुमक्खियां आ गईं और शव यात्रा में शामिल लोगों पर हमला कर दिया। मधुमक्खियों के झुंड के हमले से मौके पर अफरा-तफरी मच गई। सभी लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे।
ये आए चपेट में
घटना में विचारधीन कैदी प्रवीण चंदेल, मुकेश गलबीर, एसपी खान, योगेश्वर, एके चंदेल, पंकज, आशिफ, रितेश, तुलेश्वर, रोमन, राकेश, दानेद्र, प्रहलाद को मधुमक्खियों ने डंक मारा। उन्हें तत्काल अर्जुंदा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। 10 लोगों को प्राथमिक उपचार के बाद उनकी स्थिति सामान्य होने के चलते हैं छुट्टी दे दी गई।