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राजस्थान-जोधपुर में 54 साल के जमीनी विवाद में भाई की मौत का बदला लेने युवक की करवाई हत्या

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जोधपुर.

खेड़ी सालवा के रहने वाले एक परिवार के पारिवारिक रंजिश में अब तक 4 लोगों का मर्डर हो चुका है, सबसे पहले इस परिवार में एक बुजुर्ग की हत्या हुई थी, उसके बाद उसे बुजुर्ग के बेटों ने हत्या कर दी, फिर जो पहले बुजुर्ग था उनके पोतों ने अनिल लेगा की हत्या कर दी और अब अनिल लगा के परिवार ने सुभाष की हत्या कर दी।

अब तक चार हत्याएं हो चुकी है, जिसमें से एक अनिल लेगा भी है। चारों आरोपियों में से एक अनिल लेगा का भाई जितेंद्र लेगा भी है। जितेंद्र ने भाई की मौत का बदला लेने के लिए पाली के रहने वाले मोनू ढोली, अनिल गोदारा व मोहम्मद आसिफ को 10 लाख सुपारी दी थी। बाकी के दो हत्यारे पाली और एक बालोतरा का रहने वाला है। बासनी थाना पुलिस के सब इंस्पेक्टर सुरेश कुमार ने बताया की सुभाष हत्याकांड मामले में अनिल लेगा के भाई जितेंद्र लेगा को गिरफ्तार कर लिया है। जितेंद्र ने पाली के रहने वाले मोनू ढोली, अनिल गोदारा व मोहम्मद आसिफ को 10 लाख सुपारी देकर सुभाष विश्नोई की हत्या करवाना कबूल किया है। जितेंद्र ने बताया कि सुभाष विश्नोई उसके भाई अनिल लेगा की हत्या में शामिल था। उसने बदला लेने के लिए मोनू ढोली और अनिल गोदारा ने संपर्क किया था। जितेंद्र ने बताया कि उसने अपने भाई का बदला लेने के लिए मोनू से लड़कों की डिमांड की थी। मोनू ने यह काम खुद ही करने के लिए कह दिया। मोनू ने पहले जितेंद्र ने 70 हजार रुपए लिए और एक पिस्टल लाया। उसके बाद उसने 10 लाख रुपए में सुभाष की हत्या करना तय किया था। इसके लिए मोनू ने पाली के इंद्रा कॉलोनी निवासी मोहम्मद आसिफ को खूद के साथ शामिल किया था। आसिफ ने ही सुभाष को गोली मारी थी। आरोपियों ने पहले सुभाष से इंस्टाग्राम पर दोस्ती की थी, फिर पैसे देने के बहाने उसे घर से दूर बुलाया था। वहां बदमाशों ने उसकी हत्या कर दी थी। पुलिस के अनुसार हत्या के तुरंत बाद आरोपी पंजाब की ओर भाग गए थे। नाकाबंदी के दौरान पंजाब पुलिस ने शुक्रवार को इन्हें पकड़ा था। फिलहाल यह आरोपी पंजाब पुलिस के विरासत में है, जल्द ही पंजाब से जोधपुर पुलिस इन्हें लेकर आएगी और आगे की कार्रवाई की जाएगी।

बता दें कि यह पारिवारिक रंजिश पिछले 54 साल से चल रही है और लगातार एक के बाद एक हत्याएं। वैसे आपको बता दें कि यह परिवार मूलते खेड़ी सालवा के रहने वाला है लेकिन जब हत्या हुई थी उसके बाद दोनों परिवार अलग-अलग रहने लगे एक परिवार जोधपुर के बनाड़ के पास महादेव नगर में रहता है, जो अनिल लगा का परिवार है।