Online News Portal for Daily Hindi News and Updates with weekly E-paper

उचाना कलां सीट से बीजेपी प्रत्याशी देवेंद्र अत्री ने महज 32 वोटों से जीत हासिल की

20
Tour And Travels

रोहतक

हरियाणा में बीजेपी 48 सीटें जीतकर लगातार तीसरी बार सरकार बनाने जा रही है. इस बार हरियाणा में सबसे बड़ी जीत फिरोजपुर झिरका सीट से कांग्रेस प्रत्याशी मामन खान ने दर्ज की है. नूंह दंगों में गिरफ्तार हुए मामन खान 98 हजार से ज्यादा वोटों से जीते हैं. उन्होंने बीजेपी कैंडिडेट नसीम अहमद को हराया है. वहीं अगर सबसे कम अंतर वाली जीत की बात करें तो उचाना कलां में बीजेपी कैंडिडेट देवेंद्र अत्री सबसे कम वोटों से जीते हैं.  

फिरोजपुर झिरका से कांग्रेस विधायक मामन खान को नूंह हिंसा भड़काने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. इन आरोपों के बावजूद मामन खान सबसे ज्यादा जीत के अंतर से विजेता बनकर उभरे. हालांकि हरियाणा में उनकी पार्टी सरकार नहीं बना सकी.

मामन खान को मिले एक लाख 30 हजार वोट

मामन खान को जहां 1,30,497 वोट मिले, वहीं  नसीम अहमद को केवल 32 हजार 56 वोट मिले. इसके अलावा आईएनएलडी प्रत्याशी मोहम्मद हबीब को 15,638 वोट ही मिले. इस सीट पर जेजेपी प्रत्याशी जान मोहम्मद को केवल 720 वोट मिले और वो 5वें नंबर पर रहे. इस सीट पर आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी वसीम जफर को NOTA से भी कम वोट मिले. जहां NOTA को 439 वोट मिले, जबकि AAP कैंडिडेट को केवल 234 वोट मिले.  

BJP के देवेंद्र अत्री सबसे कम वोटों से जीते

इसके अलावा अगर सबसे कम अंतर से जीत की बात करें तो वो उचाना कलां से बीजेपी प्रत्याशी देवेंद्र अत्री की हुई है. इस सीट पर देवेंद्र अत्री ने कांग्रेस उम्मीदवार बृजेंद्र सिंह को महज 32 वोटों से हराया है. जहां देवेंद्र अत्री को 48,968 वोट मिले हैं, वहीं बृजेंद्र सिंह को 48,936 वोट मिले. इसके अलावा इस सीट पर सबसे चर्चित नाम पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला का था, जो इस बार 5वें नंबर पर रहे. दुष्यंत को महज 7,950 वोट ही मिले. जबकि आम आदमी पार्टी के कैंडिडेट पवन फौजी 8वें नंबर पर रहे.

हरियाणा में क्या रहे चुनाव के नतीजे?

हरियाणा में बीजेपी ने इस बार शानदार प्रदर्शन करते हुए जीत की हैट्रिक लगाई है. बीजेपी को इस बार 48 सीटों पर जीत मिली है, जबकि कांग्रेस 37 सीटों पर ही जीत सकी. इस चुनाव में जनता ने दुष्यंत चौटाला की जननायक जनता पार्टी को पूरी तरह से नकार दिया. जेजेपी ने चंद्रशेखर की पार्टी एएसपी के साथ गठबंधन किया था. इसके बाद भी दोनों में से किसी का खाता नहीं खुला. इसके अलावा इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) का इस बार ठीक प्रदर्शन रहा. पार्टी दो सीटें जीतने में कामयाब रही. हालांकि ऐलनाबाद सीट से अभय चौटाला की हार हुई. चुनावों में INLD और BSP ने मिलकर चुनाव लड़ा था. उसके बाद भी BSP अपना खाता नहीं खोल पाई. राज्य में तीन निर्दलीय उम्मीदवारों की भी जीत हुई है. इनमें हिसार से सावित्री जिंदल, गनौर से देवेंद्र काद्यान और बहादुरगढ़ से राजेश जून की जीत हुई है.