भोपाल/सागर/ ग्वालियर
बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र के प्रभाव से ग्वालियर में मंगलवार की दोपहर से शुरू हुआ बौछारों का दौर बुधवार को भी जारी रहा है। मानसून फिर मेहरबान होने से घाटीगांव स्थित कैचमेंट एरिया में जबरदस्त बारिश होने के कारण बुधवार को तिघरा बांध का जल स्तर 739 फीट पर पहुंच गया।
ओवरफ्लो होने के कारण दोपहर में बांध के छह गेट खोलकर अतिरिक्त पानी को निकाला गया। इससे पहले सात अक्टूबर 2022 को तिघरा बांध के गेट खोले गए थे।छतरपुर में बानसुजारा बांध के आठ गेट खोले गए, धसान नदी में बढ़ रहा पानी
छतरपुर में बानसुजारा बांध के सभी 12 गेट खोले गए हैं। धसान नदी में 8 से 10 फीट जल स्तर बढ़ गया है। प्रशासन ने अपील की है कि आमजन नदी के किनारे और आसपास बिल्कुल भी नहीं जाएं।
ताकतवर वेदर सिस्टम के असर से भोपाल समेत आसपास के इलाकों में भारी बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान भोपाल में 61.6 मिमी (करीब 2.5 इंच) बारिश रिकॉर्ड की गई। शहर में लगातार हो रही वर्षा की वजह से जलाशय लबालब हैं। जलस्तर को मेंटेन रखने के लिए बांधों से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है।
भदभदा डैम का वर्तमान में एक गेट खुला हुआ है। नगर निगम के अधीक्षण यंत्री उदित गर्ग ने बताया कि बुधवार दोपहर 12 बजे तक दो गेट खुले हुए थे। एक गेट बंद कर दिया है। भदभदा डेम से पिछले 19 घंटों के दौरान 350 मिनियन क्यूबिक फीट (एमसीएफटी) पानी छोड़ा जा चुका है।
वहीं यदि पूरे सीजन की बात करें तो अब तक कुल 2600 एमसीएफटी पानी छोड़ा जा चुका है। चूंकि भदभदा डैम से छोड़ा जाने वाला पानी कलियासोत डैम में मिलता है। इसके मद्देनजर कलियासोत डैम के दो गेट खुले हुए हैं। वहीं केरवा और कोलार डैम का भी एक-एक गेट खुला हुआ है। सीहोर के कोलार डैम से 58 क्यूमैक्स प्रति सेकंड पानी छोड़ा जा रहा है।
रायसेन जिले के बेगमगंज में पराशरी नाला उफान पर आ जाने से सागर भोपाल सड़क मार्ग बंद हो गया है। दमोह में घरों में पानी भर गया। टीकमगढ़ और शिवपुरी में भी सड़कें डूब चुकी हैं। विदिशा में भी कई रास्ते बंद हैं।
नर्मदापुरम में तवा डैम के 13 में से 9 गेट, बरगी बांध के 21 में से 17, मोहनपुरा डेम के 10 गेट, हलाली डैम के 5 और मड़ीखेड़ा डैम के 4 गेट खोले गए हैं। सिवनी में आज 12th क्लास तक जबकि राजगढ़ में 8वीं क्लास तक के स्कूलों की छुट्टी है।
छतरपुर में बक्सवाहा की ग्राम पंचायत बम्होरी में तेज बारिश की वजह से एक दर्जन मकानों में पानी भर गया। एसडीआरएफ ने यहां फंसे 50 लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।
मध्यप्रदेश के भोपाल समेत 30 से ज्यादा जिलों में कहीं तेज, कहीं धीमी बारिश हो रही है। भोपाल में बीते 24 घंटे में 2.4 इंच पानी बरस चुका है। सागर जिले के शाहगढ़ में सबसे ज्यादा 300 मिमी यानी 11.8 इंच पानी गिरा है।
दशा नदी में जलस्तर बढ़ने से छतरपुर और टीकमगढ़ का रास्ता फिलहाल बंद हो गया है। मौके पर प्रशासन की टीम मौजूद है। दोनों तरफ बैरिकेड्स लगा दिए गए हैं, क्योंकि नदी में लगातार पानी बढ़ रहा है। अगर बारिश की बात करें, तो छतरपुर जिले में पिछले दो दिन से लगातार बारिश जारी है। इस कारण नदी के कैचमेंट एरिया में भी पानी बढ़ रहा है।
इलाके में हो रही तेज बारिश से कुछ गांवों में पानी भर गया है। धसान नदी के आसपास बसे गांवों के लोगों पर सबसे ज्यादा खतरा मंडरा रहा है। जिले में प्रशासन की टीम भी अलर्ट पर है। लोगों को नदी से दूर रहने को कहा जा रहा है।