कोलकाता
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में पिछले महीने एक प्रशिक्षु महिला चिकित्सक के कथित दुष्कर्म और हत्या की घटना के विरोध में पश्चिम बंगाल में कनिष्ठ चिकित्सकों की हड़ताल बुधवार को भी जारी रही।
तीन सप्ताह से अधिक समय से जारी हड़ताल के कारण राज्य के ज्यादातर सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह से प्रभावित हुई हैं।
हड़ताल में शामिल एक जूनियर डॉक्टर ने कहा, ‘‘न्याय की हमारी मांग अब भी अधूरी है। विरोध-प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा, जब तक हमारी बहन को इंसाफ नहीं मिल जाता और दोषियों को कड़ी सजा नहीं दे दी जाती।’’
उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारी चिकित्सक कोलकाता के पुलिस आयुक्त विनीत गोयल के इस्तीफे की भी मांग कर रहे हैं, लेकिन वह अभी तक पद पर बने हुए हैं।
प्रदर्शनकारी चिकित्सकों का आरोप है कि पुलिस ने आरजी कर अस्पताल में नौ अगस्त को एक महिला चिकित्सक के साथ कथित दुष्कर्म और हत्या की घटना की जांच के दौरान पर्याप्त कदम नहीं उठाए। कलकत्ता उच्च न्यायालय ने बाद में मामले की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को सौंप दी थी।
आरजी कर अस्पताल के एक जूनियर डॉक्टर ने कहा, ‘‘हमारा मानना है कि मामले में कई लोगों को बचाया जा रहा है और सच्चाई सामने आनी चाहिए।’’
आरजी कर अस्पताल के सेमिनार कक्ष में नौ अगस्त को एक प्रशिक्षु महिला डॉक्टर का शव अर्धनग्न अवस्था में मिला था। पुलिस ने इस मामले में अगले दिन एक नागरिक स्वयंसेवक को गिरफ्तार किया था।