कोटा.
शहर के नैनवा रोड स्थित जवाहर नगर कॉलोनी में कई लोगों में चिकनगुनिया रोग जैसे लक्षण दिख रहे हैं। कॉलोनी की एक महिला सोनू शर्मा को चिकनगुनिया के लक्षणों के बाद कोटा की एक निजी लैब में कार्ड टेस्ट करवाया गया, जिसमें उनकी रिपोर्ट चिकनगुनिया पॉजिटिव आई है। इसके बाद से बूंदी चिकित्सा विभाग और प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गए हैं। जिला कलेक्टर के निर्देश पर चिकित्सा विभाग ने जवाहर नगर कॉलोनी में लोगों के ब्लड सैंपल लिए हैं।
बूंदी नगर परिषद के क्षेत्रीय पार्षद और कांग्रेस नेता टीकम जैन ने आरोप लगाया कि क्षेत्र में चिकनगुनिया जैसी भयंकर बीमारी फैलने का संदेह है, लेकिन जिला प्रशासन और चिकित्सा विभाग ने इस पर ध्यान नहीं दिया। उन्होंने बताया कि एडीएम सिटी से बात करने के बाद चिकित्सा विभाग ने सैंपलिंग के लिए टीम भेजी है। राज्य सरकार की निशुल्क जांच योजना में चिकनगुनिया की जांच शामिल नहीं है, जिसके चलते लोगों को निजी लैब में जांच के लिए जाना पड़ रहा है।
सीएमएचओ डॉ. सामर पहुंचे जवाहर नगर
चिकनगुनिया जैसी बीमारी के लक्षणों की जानकारी मिलने के बाद सीएमएचओ डॉ. ओपी सामर खुद जवाहर नगर पहुंचे और लोगों से सावधानी बरतने की अपील की। डॉ. सामर ने बताया कि क्षेत्र के कई लोगों ने चिकनगुनिया जैसे लक्षणों की शिकायत की है। जानकारी मिलते ही चिकित्सा टीमों को क्षेत्र में सर्वे और सैंपलिंग के काम पर लगाया गया है।
गंदा पानी जमा न होने दें
निरीक्षण के दौरान सीएमएचओ ने लोगों से आग्रह किया कि वे क्षेत्र में गंदा पानी जमा न होने दें। क्षेत्र के निवासी विपुल शर्मा, राजेश शर्मा, वैभव शर्मा सहित कई अन्य लोगों ने सीएमएचओ से क्षेत्र में फॉगिंग करवाने और अधिक सैंपलिंग करवाने की मांग की। उन्होंने यह भी मांग की कि चिकित्सा विभाग जल्द से जल्द चिकनगुनिया जैसी गंभीर बीमारी की जांच निशुल्क योजना के तहत शुरू करे।