खंडवा
पंजाब के लुधियाना में 15 माह पहले विश्व हिंदू परिषद के नेता विकास प्रभाकर उर्फ विकास बग्गा की हत्या के मामले में एनआइए ने खंडवा पुलिस से संपर्क किया है। वीएचपी नेता की हत्या करने वाले खालिस्तानी आतंकी को हथियार लुधियाना के धर्मेंद्र उर्फ कुणाल पुत्र जयराम मौर्य ने उपलब्ध करवाए थे।
खरगोन से खरीदे थे अवैध हथियार
हत्याकांड से करीब 5 माह पहले 29 अक्टूबर 23 को धर्मेंद्र और साथी विनय पुत्र रामदेव गोस्वामी निवासी लुधियाना को खरगोन से अवैध रूप से हथियार खरीद कर ले जाते हुए खंडवा की मोघट पुलिस ने गिरफ्तार किया था। प्रारंभिक पूछताछ में आरोपियों का संबंध खालिस्तानी आतंकियों से होने की बात सामने आई थी।
जेल में रहने के दो दिन बाद हो गई थी जमानत
मोघट पुलिस द्वारा आरोपितों के खिलाफ 25 आर्मी एक्ट का प्रकरण दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया था। जेल में 2 दिन रहने के बाद उनकी जमानत हो गई थी। इस संबंध में मोघट थाना प्रभारी निरीक्षक संजय पाठक ने बताया कि अवैध हथियार के मामले में पूर्व में गिरफ्तार आरोपित धर्मेंद्र मौर्य के संबंध में एनआईए की टीम ने प्रकरण की जानकारी मांगी है। धर्मेंद्र मौर्य और विनय गोस्वामी को मोघट पुलिस ने खरगोन के सिकलीगर से दो पिस्टल व कारतूस खरीद कर ले जाते समय पंधाना रोड पर धर्मकांटा क्षेत्र में गिरफ्तार किया था। एनआईए को पत्र का जवाब दे दिया है।