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राजस्थान-भरतपुर में एक साथ जलीं 7 चिताएं तो रो पड़ा गांव

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भरतपुर।

रविवार शाम बयाना उपखंड के पिदावली ग्राम के पास बाणगंगा नदी में बने गड्ढे में जमा बारिश के पानी में नहाने के लिए गए श्रीनगर गांव निवासी सात बच्चों की डूब जाने से मौत हो गई। हादसा इतना दर्दनाक था कि जिसने भी इस हादसे के बारे में सुना वह दंग रह गया। सातों मृतकों के शव गांव में पहुंचे तो ग्रामीण और रिश्तेदारों की आंखों से आंसू बह निकले। हादसे के बाद से गांव में चूल्हा नहीं जला है।

गौरतलब है कि ग्राम श्रीनगर निवासी पवन पुत्र उदयसिंह जाटव, सौरभ पुत्र तानसिंह जाटव, भूपेन्द्र पुत्र दशरथ जाटव, शांतनु पुत्र खैमसिंह उर्फ खेमचन्द जाटव, लक्खी पुत्र प्रीतम सिंह जाटव, पवन पुत्र शुगर सिंह जाटव एवं गौरव पुत्र प्रकाश उर्फ ओमप्रकाश की डूबने से मौत हो गई थी। जिला कलेक्टर डॉ. अमित यादव ने मौके पर पहुंचकर परिजनों को सांत्वना दी और नियमानुसार सहायता दिलाने का भरोसा दिलाया।

नदी में डूबने से इनकी हुई मौत
मृतकों में पवन जाटव (25) पुत्र उदयसिंह, पवन (24) पुत्र सुगरसिह, सौरभ जाटय (18) पुत्र थानसिंह, शांतु कुमार (20) पुत्र खेमी, लक्खी जाटय (20) पुत्र पीतम, गौरव (18) पुत्र प्रकाश जाटल एवं भूपेन्द्र (20) पुत्र दशरथ शामिल हैं। इनमें से पवन पुत्र उदय सिंह और पवन पुत्र सुगरसिंह विवाहित बताए गए हैं। शेष सभी विद्यार्थी थे, जो कक्षा 12 से लेकर बीए तक में पढ़ते थे।

ऐसा हादसा पहली बार देखा
इस हादसे के बाद गांव में चीख पुकार और मृतक के परिजन और रिश्तेदारों के रोने विलाप करने के चलते गांव में चूल्हे तक नहीं जल सके। स्थानीय समन्दर जाटव ने बताया कि 70 साल की आयु में उन्होंने ऐसा हादसा पहले कभी ना देखा है और ना कभी सुना है। इस हादसे ने आसपास के सैकड़ों गांवों से लोग श्रीनगर पहुंचे है। मृतकों के भाई बहन और मां बाप का रो रोकर बुरा हाल हो गया। वहीं इन मृतकों में दो युवक विवाहित थे। जिनकी पत्नी इस हादसे में कई बार रो रोकर बेहोश हो गई। उन्होंने बताया कि सभी बाणगंगा नदी में नहाने की कहकर गए थे। मृतक एक ही गांव के और कुम्टुब परिवार के होने के नाते एक साथ सात जनों की अर्थियां उठी। इसके चलते परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया।

परिजनों को पांच-पांच लाख मुआवजा दिलाने का भरोसा
प्रशासन की ओर से मुख्यमंत्री सहायता कोष से मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपए का मुआवजा दिलाने का भरोसा दिलाया है। मृतकों की आयु 18 से 25 साल के बीच है तथा सभी गांव श्रीनगर के रहने वाले हैं। इनमें से दो विवाहित थे। शेष पांचों विद्यार्थी बताए जा रहे हैं। सूचना पर जिला कलक्टर डॉ. अमित यादव, एडीशनल एसपी ब्रजेन्द्र सिंह भाटी, एसडीएम राजीव शर्मा, तहसीलदार विनोद मीणा, सांसद संजना जाटव, विधायक डॉ. ऋतु बनावंत सहित बड़ी तादाद में आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। घटना की जांच कराए जाने को लेकर भी जिला कलक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिए है। प्रशासन ने इस पटना के बाद अब नदी एवं पोखरों सहित आस पास पानी के वहाब वाले क्षेत्रों में लोगों को जाने से रोका जाएगा और मोबाइलों पर सेल्फी नहीं लेने के लिए पाबंद किया जाएगा।