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केरल में निपाह, गुजरात में चांदीपुरा और महाराष्ट्र में जीका वायरस का कहर: स्वास्थ्य एजेंसियों की हाई अलर्ट

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नई दिल्ली, 22 जुलाई। भारत के विभिन्न राज्यों में वायरस संक्रमण का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। केरल में निपाह, गुजरात में चांदीपुरा और महाराष्ट्र में जीका वायरस ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। इन वायरस संक्रमणों से निपटने के लिए स्वास्थ्य एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं और हर संभव उपाय कर रही हैं।

केरल में निपाह वायरस का प्रकोप

केरल में निपाह वायरस का प्रकोप एक बार फिर से सामने आया है। निपाह वायरस एक जानलेवा संक्रमण है जो चमगादड़ों और सूअरों से फैलता है। यह वायरस मानव शरीर में गंभीर न्यूरोलॉजिकल और श्वसन संबंधी समस्याएं पैदा करता है। पिछले कुछ दिनों में निपाह वायरस से संक्रमित मामलों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है, जिससे स्वास्थ्य अधिकारियों की चिंताएं बढ़ गई हैं।

राज्य सरकार और स्वास्थ्य एजेंसियां निपाह वायरस के प्रकोप को नियंत्रित करने के लिए सख्त कदम उठा रही हैं। संक्रमित इलाकों में स्वास्थ्य जांच और निगरानी बढ़ा दी गई है। लोगों को सतर्क रहने और सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। इसके अलावा, संदिग्ध मामलों के लिए विशेष क्वारंटाइन केंद्र बनाए गए हैं।

गुजरात में चांदीपुरा वायरस का कहर

गुजरात में चांदीपुरा वायरस का प्रकोप भी तेजी से बढ़ रहा है। चांदीपुरा वायरस एक प्रकार का रेबोवायरस है जो सैंडफ्लाई के काटने से फैलता है। इस वायरस के संक्रमण से मस्तिष्क की सूजन, बुखार और उल्टी जैसी गंभीर समस्याएं होती हैं। गुजरात में अब तक 27 लोगों की मौत हो चुकी है और कई अन्य संक्रमित हैं।

स्वास्थ्य एजेंसियां इस वायरस के प्रकोप को नियंत्रित करने के लिए व्यापक अभियान चला रही हैं। संक्रमित इलाकों में कीटनाशक छिड़काव और सैंडफ्लाई के प्रजनन स्थलों को नष्ट करने के उपाय किए जा रहे हैं। लोगों को सैंडफ्लाई के काटने से बचने के लिए सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।

महाराष्ट्र में जीका वायरस का फैलाव

महाराष्ट्र में जीका वायरस का प्रकोप भी तेजी से फैल रहा है। जीका वायरस मच्छरों के काटने से फैलता है और यह गर्भवती महिलाओं में जन्मजात विकृतियों का कारण बन सकता है। इस वायरस के संक्रमण से बुखार, दाने, जोड़ों का दर्द और आँखों में लाली जैसी समस्याएं होती हैं। महाराष्ट्र में कई मामले सामने आए हैं, जिससे स्वास्थ्य अधिकारियों की चिंता बढ़ गई है।

राज्य सरकार और स्वास्थ्य एजेंसियां जीका वायरस के प्रकोप को नियंत्रित करने के लिए मच्छर नियंत्रण कार्यक्रम चला रही हैं। लोगों को मच्छरों के काटने से बचने के लिए मच्छरदानी का उपयोग करने और मच्छरों के प्रजनन स्थलों को नष्ट करने के लिए जागरूक किया जा रहा है। गर्भवती महिलाओं को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।

स्वास्थ्य एजेंसियों का हाई अलर्ट

केरल, गुजरात और महाराष्ट्र में इन तीन वायरस के प्रकोप ने पूरे देश में स्वास्थ्य एजेंसियों को हाई अलर्ट पर ला दिया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इन राज्यों में विशेष टीमें भेजी हैं जो वायरस संक्रमण की स्थिति की निगरानी कर रही हैं और आवश्यक उपाय कर रही हैं।

इसके साथ ही, लोगों को भी सतर्क रहने और स्वास्थ्य निर्देशों का पालन करने की सलाह दी जा रही है। किसी भी तरह के बुखार, सिरदर्द, या अन्य संदिग्ध लक्षणों के दिखने पर तुरंत चिकित्सकीय सलाह लेने की अपील की गई है।

इन तीनों राज्यों में वायरस संक्रमण की स्थिति गंभीर बनी हुई है और स्वास्थ्य एजेंसियां इसे नियंत्रित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही हैं। सभी नागरिकों से अनुरोध है कि वे स्वास्थ्य निर्देशों का पालन करें और सतर्क रहें ताकि इस महामारी पर जल्द से जल्द काबू पाया जा सके।