
जम्मू-कश्मीर, 16जुलाई।जम्मू-कश्मीर में डोडा के डेसा जंगल इलाके में आतंकियों के साथ एनकाउंटर के दौरान भारतीय सेना के एक अफसर समेत 4 जवान शहीद हो गए। सेना के जवानों ने आतंकियों को जंगल में घेर रखा था। जहां इस दौरान आतंकियों ने खुद के बचाव के लिए जवानों पर गोलीबारी की और भागने की कोशिश की। खुद को घिरता देख आतंकियों ने जवानों पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं।
इस दौरान हमारे जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई की लेकिन इस बीच सेना के कैप्टन रैंक के एक अफसर और पांच जवानों को गोलियां लग गईं। जिसके बाद उन्हें घायल अवस्था में तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां कैप्टन समेत चारों जवानों की जान चली गई। फिलहाल इलाके में आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन लगातार जारी है। सेना को जंगल में कई आतंकियों के छिपे होने की जानकारी है। आतंकियों को ड्रोन और हेलीकॉप्टर के जरिए तलाश किया जा रहा है।
भारतीय सेना की यूनिट राष्ट्रीय राइफल्स ने जम्मू-कश्मीर पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप के साथ सर्च ऑपरेशन शुरू किया था। शाम करीब 7 बजे के आसपास राष्ट्रीय राइफल्स और SOG के जवान जंगल में घुसे और आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन शुरू कर दिया। सेना के पास यहां आतंकियों के छिपे होने की खुफिया जानकारी थी। इधर हमारे जवान जैसे ही आतंकियों के करीब पहुंचे तो खुद को घिरा देख आतंकियों ने जवानों पर गोलीबारी शुरू कर दी।
इसके बाद जवाबी कारवाई में आतंकवादियों ने भागने की कोशिश की। जिसके बाद उनका पीछा किया गया। बताया जाता है कि, इसके बाद दोबारा रात 9 बजे के आसपास जंगल में सेना के जवानों और आतंकियो में मुठभेड़ शुरू हुई। जहां इस दौरान आतंकवादियों ने घात लगाकर हमारे जवानों पर ताबड़तोड़ गोलियां दागीं। जिसमें भारतीय सेना के कैप्टन समेत पांच जवान गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद इलाज के दौरान उनकी जान चली गई।