उत्तराखंड , 16 जुलाई।उत्तराखंड के बागेश्वर में सुंदरढूंगा ग्लेशियर पर 5,000 मीटर की ऊंचाई पर एक बाबा ने सरकारी जमीन पर चोरी-छिपे मंदिर बनवा दिया। आरोप है कि स्वयंभू बाबा योगी चैतन्य आकाश ने अनधिकृत (अनऑथराइज्ड) मंदिर का निर्माण करवाया।
वहीं ग्लेशियर रेंज के रेंजर एनडी पांडे ने बताया कि हमें मंदिर के निर्माण बारे में जानकारी मिली है। वहां हालात का जायजा लेने के लिए टीम भेजी जा रही है। घटना के सामने आने के बाद से खुफिया और प्रवर्तन एजेंसियों की नाकामी भी सामने आई है। खासकर तब जब राज्य सरकार संवेदनशील इलाकों में अतिक्रमण के खिलाफ बड़े स्तर पर अभियान चला रही है।
बाबा योगी चैतन्य आकाश ने दावा किया कि उन्हें ऊंचे पहाड़ों पर पर्यावरण के प्रति संवेदनशील जगह पर मंदिर बनाने के लिए दिव्य निर्देश मिले थे।
स्थानीय ग्रामीण महेंद्र सिंह धामी ने बताया कि बाबा ने गांव वालों को मंदिर बनाने में सहयोग करने के लिए राजी किया। इसके लिए बाबा ने कहा कि देवी भगवती उनके सपनों में प्रकट हुईं और उन्हें देवी कुंड में मंदिर बनाने का आदेश दिया। बाबा की बातों को सुनने के बाद कुछ स्थानीय लोग ने बाबा को सहयोग दिया।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि बाबा ने पवित्र देवा ‘कुंड’ को तीर्थयात्रियों और अन्य लोगों के लिए स्विमिंग पूल बना दिया है। अक्सर वो कुंड में नहाते दिखते हैं। पवित्र जगह को अपवित्र किया जा रहा है। स्थानीय निवासी प्रकाश कुमार ने कहा, ये तो ईशनिंदा है। सदियों से हर 12 साल में नंदा राज यात्रा के दौरान देवी-देवता देवी कुंड में आते हैं। इस बाबा ने लोगों को गुमराह करके हमारी परंपराओं के खिलाफ ये मंदिर बना डाला है।