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सांसद अमृतपाल सिंह का भाई ड्रग्स के साथ गिरफ्तार, जालंधर देहात पुलिस ने पांच ग्राम ‘आइस’ के साथ पकड़ा

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पंजाब के राजनीतिक गलियारों में एक और विवाद सामने आया है, जब सांसद अमृतपाल सिंह के भाई को ड्रग्स के साथ गिरफ्तार किया गया। जालंधर देहात पुलिस ने उसे पांच ग्राम ‘आइस’ के साथ पकड़ा है, जिससे राज्य में राजनीतिक हलचल और बढ़ गई है।

गिरफ्तारी का विवरण

जालंधर देहात पुलिस ने एक विशेष अभियान के तहत सांसद अमृतपाल सिंह के भाई को गिरफ्तार किया। पुलिस के अनुसार, उसे पांच ग्राम ‘आइस’ (मेथामफेटामिन) के साथ रंगे हाथों पकड़ा गया। यह गिरफ्तारी एक गुप्त सूचना के आधार पर की गई, जिसमें बताया गया था कि सांसद के भाई के पास ड्रग्स हो सकते हैं।

पुलिस का बयान

पुलिस ने इस मामले में बयान जारी करते हुए कहा कि वे किसी भी प्रकार की गैरकानूनी गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं करेंगे, चाहे वह कितने भी बड़े राजनीतिक परिवार से संबंधित क्यों न हो। पुलिस ने यह भी कहा कि गिरफ्तार किए गए व्यक्ति से पूछताछ की जा रही है और ड्रग्स के स्रोत और नेटवर्क का पता लगाने की कोशिश की जा रही है।

सांसद अमृतपाल सिंह की प्रतिक्रिया

सांसद अमृतपाल सिंह ने इस घटना पर गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि कानून सबके लिए समान है और यदि उनके भाई ने कुछ गलत किया है, तो उसे कानून के अनुसार सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि वह इस मामले में पूरी तरह से पुलिस की जांच में सहयोग करेंगे।

राजनीतिक प्रतिक्रियाएं

इस गिरफ्तारी के बाद राजनीतिक प्रतिक्रियाओं का दौर शुरू हो गया है। विपक्षी दलों ने इस घटना को लेकर सत्तारूढ़ पार्टी पर निशाना साधा है। उन्होंने आरोप लगाया है कि पंजाब में ड्रग्स की समस्या बढ़ती जा रही है और सरकार इसे नियंत्रित करने में असफल हो रही है।

ड्रग्स की समस्या

पंजाब में ड्रग्स की समस्या लंबे समय से एक गंभीर मुद्दा रही है। राज्य में कई युवा ड्रग्स की लत में फंसे हुए हैं, जिससे समाज में अपराध और सामाजिक समस्याओं का बढ़ना देखा जा रहा है। सरकार और पुलिस इस समस्या से निपटने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं, लेकिन यह गिरफ्तारी इस दिशा में एक गंभीर चुनौती के रूप में सामने आई है।

निष्कर्ष

सांसद अमृतपाल सिंह के भाई की गिरफ्तारी ने एक बार फिर से ड्रग्स की समस्या को उजागर कर दिया है। यह घटना इस बात का संकेत है कि कानून का पालन सभी को करना होगा, चाहे वे किसी भी प्रतिष्ठित परिवार से क्यों न हों। पुलिस और न्यायपालिका को इस मामले की निष्पक्ष जांच करनी चाहिए और दोषियों को सख्त सजा देनी चाहिए ताकि समाज में कानून और व्यवस्था बनी रहे।