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PM मोदी ने राज्यसभा में कहा कि मणिपुर में हिंसा लगातार कम हो रही है

मणिपुर का बिष्णुपुर जिला हिंसा से सबसे प्रभावित इलाकों में से एक है। हिंसा के विरोध में 17 जून 2023 को महिलाओं ने मशाल जुलूस निकाला था।

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मणिपुर ,05 जुलाई। PM नरेंद्र मोदी ने बुधवार को राज्यसभा में कहा कि मणिपुर में हिंसा लगातार कम हो रही है और राज्य में पूरी तरह शांति स्थापित करने की कोशिश की जा रही है। वहीं, मणिपुर के लोग पिछले 14 महीनों से शांति बहाल होने का इंतजार कर रहा है।

पूरा मणिपुर राज्य मैतेई और कुकी के दो हिस्सों में बंट गया है। कई मैतई महिलाएं रातभर जाकर अपने गावों की रक्षा करते नजर आईं, तो कुकी बहुल इलाकों में सरकार कामकाज ठप हो गया है।

मणिपुर का बिष्णुपुर जिला हिंसा से सबसे प्रभावित इलाकों में से एक है। हिंसा के विरोध में 17 जून 2023 को महिलाओं ने मशाल जुलूस निकाला था।

मणिपुर के 5 जिले इंफाल पश्चिम, इंफाल पूर्व, बिष्णुपुर, काकचिंग और थौबल घाटी क्षेत्र में आते हैं। इन पांचों जिलों के सीमाई क्षेत्र अभी भी असुरक्षित हैं। इंफाल घाटी में रहने वाले लोगों को इंफाल पश्चिम के जिले फेयेंग और सेकमाई क्षेत्र, इंफाल पूर्व जिले के यिंगांगपोकपी क्षेत्र से आगे जाने पर प्रतिबंध है।

इसी तरह बिष्णुपुर जिले में फौगाकचाओ इखाई और थौबल जिले में येरीपोक क्षेत्र से आगे जाने की मनाही है। इनके आगे कुकी क्षेत्र शुरू हो जाता है। यहां अक्सर लोगों पर छिटपुट हमले होते रहते हैं। जब भास्कर टीम इंफाल पश्चिम जिले के फेयेंग गांव पहुंची तो देखा कि सड़क के किनारे बने कैंप में बैठी महिलाएं गांव की सुरक्षा कर रही थीं। मैतेई समुदाय के महिला संगठन मेइरा पैबेई की महिलाएं पिछले एक साल से रातभर जागकर गांव की सुरक्षा करती हैं।