नई दिल्ली, 26 जून।CBI और ED ने दिल्ली शराब नीति मामले में कथित अनियमितताओं को लेकर अगस्त 2022 में केस दर्ज किए थे। ED ने 21 मार्च को शराब नीति मामले में केजरीवाल को उनके घर से गिरफ्तार किया था। उन्हें 1 अप्रैल को तिहाड़ भेजा गया। 25 जून को तिहाड़ में केजरीवाल के 87 दिन पूरे हो गए हैं।
दिल्ली शराब नीति केस में अरविंद केजरीवाल को अब CBI ने गिरफ्तार कर लिया है। जांच एजेंसी ने उन्हें राउज एवेन्यू कोर्ट (ट्रायल कोर्ट) में पेश किया था, जहां से कोर्ट की इजाजत लेकर CBI ने उनकी गिरफ्तारी की। इससे पहले CBI ने 25 जून को रात 9 बजे तिहाड़ जाकर शराब नीति में भ्रष्टाचार को लेकर केजरीवाल से पूछताछ की थी।
खास बात यह है कि केजरीवाल की जमानत को लेकर आज ही सुप्रीम कोर्ट में भी सुनवाई होने वाली है। पहले ही कयास थे कि CBI भ्रष्टाचार मामले में केजरीवाल को गिरफ्तार कर सकती है। यानी सुप्रीम कोर्ट ने अगर मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जमानत दे भी दी तो केजरीवाल जेल से बाहर नहीं आ पाएंगे।
दिल्ली शराब नीति मामले में ED और CBI का आरोप है कि केजरीवाल और उनकी आम आदमी पार्टी (AAP) ने दिल्ली शराब नीति में हेरफेर करने के लिए साउथ ग्रुप के मेंबर्स से 100 करोड़ रुपए की रिश्वत ली। AAP ने घोटाले के रुपयों का एक हिस्सा 2022 में गोवा विधानसभा चुनावों के दौरान इस्तेमाल किया था। इस तरह AAP ने केजरीवाल के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग का अपराध किया।
साउथ ग्रुप दक्षिण के राजनेताओं, कारोबारियों और नौकरशाहों का ग्रुप है। इसमें अरबिंदो फार्मा के प्रमोटर शरत रेड्डी, YSRCP के लोकसभा सांसद एम. श्रीनिवासुलु रेड्डी, उनके बेटे राघव मगुंटा और कविता शामिल थे। इस ग्रुप का प्रतिनिधित्व अरुण पिल्लई, अभिषेक बोइनपल्ली और बुचीबाबू ने किया था। तीनों ही शराब घोटाले में गिरफ्तार किए जा चुके हैं।