घुमारवीं, 30मई। हमीरपुर लोकसभा से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी व केंद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने बुधवार को कहा कि मोदी सरकार प्रत्येक आपदा और विपत्ति में हिमाचल के साथ चट्टान की तरह खड़ी रही। हमने मोदी जी के आशीर्वाद और अपनी प्लानिंग से यह सुनिश्चित किया कि हमीरपुर और हिमाचलवासियों को कोरोना में कोई कष्ट ना हो और प्राकृतिक आपदा में भी त्वरित राहत पहुंचे। कोरोना काल के समय राज्य और केंद्र दोनों में भारतीय जनता पार्टी की सरकार होने के कारण हम बेहद अच्छी तरह से लोगों कि देखभाल कर पाए। प्राकृतिक आपदा के समय जब राज्य में कांग्रेस की सरकार थी तब मोदी जी ने तो अपनी ओर से मदद में कोई कमी नहीं छोड़ी परंतु राज्य की निकम्मी कांग्रेस सरकार बंदरबांट और भाई भतीजावाद करने में ही लगी रही। आपदाओं के समय जब भारतीय जनता पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता राष्ट्र प्रथम और मानव सेवा को अपना ध्येय बनाकर कार्य कर रहा था तब ये कांग्रेसी नेता अपने घरों में दुबके रहे और अब बयानवीर बने घूम रहे हैं।
अनुराग ठाकुर ने ये बातें आज सुजानपुर, धर्मपुर, भोरंज और घुमारवीं विधानसभाओं में जनसभाओं और मीडियाकर्मियों से वार्तालाप के दौरान कहीं। श्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि आज मोदी जी के नेतृत्व में भारत मदद माँगने वाला नहीं, मदद देने वाला देश है। हमने कोविड के समय न सिर्फ अपने देशवासियों की जान बचाई बल्कि 160 अन्य देशों को भी वैक्सीन मैत्री के जरिए कोविड वैक्सीन पहुँचाई। कोरोना के समय संपूर्ण विश्व में हाहाकार मचा था। कुछ लोग कह रहे थे कि भारत में कोरोना का सबसे ज्यादा प्रभाव देखा जाएगा और भारत तहस-नहस हो जाएगा। लेकिन मोदी जी के कुशल नेतृत्व ने न सिर्फ करोड़ों भारतीयों की जान बचाई बल्कि रिकॉर्ड समय में दो स्वदेशी वैक्सीन बनाकर देशवासियों को 220 करोड़ मुफ्त टीके भी लगवाए”
अनुराग ठाकुर ने कहा कि “महामारी के समय जब कांग्रेस के नेता अपने घरों से बाहर तक नहीं निकल रहे थे उस समय हमने हिमाचल के जन-जन तक महामारी से निपटने हेतु जरूरी सामान, खाद्य, उपकरण और दवाइयां पहुंचाई। मेरे सांसद मोबाइल स्वास्थ्य सेवा की 32 मोबाइल मेडिकल यूनिट्स भी लगातार 40 से ज्यादा टेस्ट के साथ साथ राज्य की सीमाओं पर कोविड टेस्ट, वैक्सीनेशन ड्राइव व जरूरी साजो सामान पहुंचाने में मदद कर रही थी
अनुराग ठाकुर ने आगे बताया” मैंने कोरोना महामारी के दौरान अपने निजी प्रयासों से ₹10.30 करोड़ से हिमाचल में स्वास्थ्य सुविधाएँ उपलब्ध कराईं। कोरोना महामारी के समय में पूरे हिमाचल प्रदेश और विशेष कर हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में कोरोना मरीजों को ऑक्सीजन की कोई कमी ना हो इसीलिए मैंने यहां एक ऑक्सीजन बैंक बनवाया था जिससे 1400 बेडों को निर्बाध रूप से ऑक्सीजन मिल रहा था। कुल मिलाकर 1000 से ज्यादा ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, 200 ऑक्सीजन सिलेंडर और 4 ऑक्सीजन प्लांट को मिलाकर हमने ये ऑक्सीजन बैंक तैयार किया था। इसके साथ साथ मैंने अपने क्षेत्रवासियों के लिए 4 लाख मास्क, 25,000 ग्लव्स, 10,000 फेस शील्ड, 7000 पीपीई किट और 2000 ऑक्सीजन रेगुलेटर, 100 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर सहित अन्य कई जरूरी उपकरण और दवाइयां भी मुहैया कराई थीं।”
अनुराग ठाकुर ने आगे कहा, “पिछले वर्ष प्राकृतिक आपदा में जब राज्य की कांग्रेस सरकार हाथ पर हाथ धर कर बैठी थी, तब मोदी जी ने हिमाचलवासियों के बचाव और राहत से लेकर पुनर्वास तक के लिए सभी उपाय किए लेकिन कांग्रेस की सरकार केंद्र से मिले पैसों को भी सही से उपयोग नहीं कर सकी और अपने लोगों को फायदा पहुंचाने में लगी रही। कांग्रेसी नेता अपनी उपलब्धि क्यों नहीं बताते? आज कांग्रेस के नेता सिर्फ़ बयानवीर बने हैं लेकिन आपदा के दौरान इन्होंने प्रदेश के लिए क्या किया यह बताएँ। कांग्रेसी नेता यदि भूल गए हों तो उन्हें फिर से याद दिलाना चाहूँगा कि कि हिमाचल में आपदा के दौरान मैं 3 बार केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री श्री गिरिराज सिंह जी ने मिलकर प्रदेश के लिए 16,206 हज़ार घर आवास योजना के अन्तर्गत व 2373 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली 2700 किमी. की सड़कें प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के अन्तर्गत मंज़ूर करवाईं। जहां तक पैसों की बात है तो आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के निर्देश पर केंद्र सरकार ने पहले दो किस्तों में ₹180 – 180 करोड़ दिए, फिर केवल सड़कों की मरम्मती के लिए लगभग ₹400 करोड़ दिए। इसके बाद फिर अलग से ₹189 करोड़ भेजे। 20 अगस्त को फिर ₹200 करोड़ और 12 दिसंबर को लगभग ₹633 करोड़ भेजे, यानी कुल मिलाकर ₹1782 करोड़ रुपये की आर्थिक मदद केंद्र सरकार की ओर से हिमाचल के लिये भेजी गई। केंद्र की ओर से महात्मा गांधी नरेगा योजनाअंतर्गत हिमाचल प्रदेश राज्य सरकार को जुलाई से अब तक लगभग 434 करोड़ रुपये दिये गये हैं”
अनुराग ठाकुर ने आगे कहा” राज्य सरकार के निठल्लेपन के ठीक विपरीत आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने सदैव हिमाचल को प्राथमिकता देते हुए इसे अपना दूसरा घर मानते हुए आपदा के समय उन्होंने स्वयं मुख्यमंत्री जी से बात कर स्थिति का जायजा लिया और सभी जरूरी मदद सुनिश्चित कराई। NDRF की 13 टीमों को बचाव नौकाओं और अन्य आवश्यक उपकरणों के साथ तैनात किया गया। नागरिकों की निकासी के लिए पोंटा साहिब में सेना के 1 पैरा एसएफ और 205 आर्मी एविएशन स्क्वाड्रन की 01 कॉलम भी तैनात की गई थी। इसके साथ ही बचाव कार्यों के लिए भारतीय वायु सेना के 02 एमआई-17 वी हेलीकॉप्टर भी तैनात किए गए थे जिससे समय रहते हजारों जानें बचाई जा सकीं। नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी के माध्यम से भी मदद दी गई। मैं स्वयं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष आदरणीय श्री जेपी नड्डा जी के साथ कई दिनों तक हिमाचल में आपदा प्रभावित क्षेत्रों में रहा और पूरे क्षेत्र का सघन दौरा कर राहत व बचाव कार्यों को आखिरी पीड़ित तक सुनिश्चित कराया। पटवारियों से टाइम बाउंड रिपोर्ट मंगवा कर डीसी को तुरंत पैसे रिलीज करने का निर्देश दिया। किसी के भी घर को खतरा पैदा हो रहा था तो हमने वहां सुरक्षा दीवार लगाने के लिए पैसे दिए और लगातार दिशा कमेटी की बैठक भी की ताकि राहत और बचाव कार्य में कोई कमी ना रह सके”
अनुराग ठाकुर ने कहा, “मुख्यमंत्री सुक्खू क्यों नहीं बताते कि आज आपदा को लगभग 10 महीने बीत जाने के बाद भी पीड़ितों को राज्य सरकार द्वारा जरूरी मदद क्यों नहीं मिल पाई है? कांग्रेसी नेताओं को सच्चाई स्वीकार करना चाहिए कि उन्होंने आपदा से निपटने के लिए कोई तैयारी नहीं कि थी और इसके लिए लोगों से माफी भी मांगनी चाहिए। वैसे भी मात्र 16 महीने बीत जाने के बाद आज कांग्रेस की इस सरकार से जनता का पूरी तरह से मोहभंग हो चुका है। जनता झूठी गारंटीयों को लेकर बेहद आक्रोशित है और इसका परिणाम 4 जून को रिजल्ट के रूप में देखने को मिलेगा जब हिमाचल और पूरे देश से कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो जाएगा।”