नई दिल्ली, 29मई। आखिरी चरण के मतदान से पहले ‘चुनाव प्रचार’ के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार (28 मई) को ओडिशा में एक रैली को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की खूब चुटकी ली और कहा कि 4 जून के बाद पटनायक ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री हो जाएंगे. उन्होंने विश्वास जताते हुए कि भाजपा 147 सदस्यीय विधानसभा में 75 से अधिक सीट हासिल कर राज्य में अगली सरकार बनाएगी.
अमित शाह ने भद्रक लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत चांदबाली में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए यह भी दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ओडिशा की 21 लोकसभा सीट में से 17 सीट पर जीत हासिल करेगी. उन्होंने कहा, चार जून को नवीन बाबू मुख्यमंत्री नहीं रहेंगे, वह पूर्व मुख्यमंत्री बन जाएंगे…भाजपा ओडिशा में 17 लोकसभा सीट और 75 विधानसभा सीट पर जीत दर्ज करेगी.
नवीन बाबू आपको पीछे से सरकार चलानी चाहिए
शाह ने यह भी कहा कि भाजपा यह सुनिश्चित करेगी कि अगला मुख्यमंत्री उड़िया भाषा में पारंगत हो और राज्य की भाषा, संस्कृति तथा परंपरा को समझता हो. पटनायक के करीबी सहयोगी एवं बीजू जनता दल (बीजद) के नेता वी.के पांडियन के संदर्भ में शाह ने कहा, क्या ‘तमिल बाबू’ को पर्दे के पीछे से सरकार चलानी चाहिए. कमल के निशान पर अपना वोट देकर एक अधिकारी की जगह राज्य पर शासन करने के लिए एक ‘जनसेवक’ को लाएं.
यह उल्लेख करते हुए कि ओडिशा के लाखों युवा काम की तलाश में दूसरे राज्यों की ओर पलायन कर रहे हैं, अमित शाह ने कहा, एक बार जब भाजपा ओडिशा में सरकार बनाएगी, तो हम उद्योग स्थापित करेंगे ताकि युवाओं को कहीं और नौकरियों की तलाश न करनी पड़े. शाह ने कहा, प्रधानमंत्री मोदी की सरकार ‘चावल वाली सरकार’ है, जबकि नवीन पटनायक की सरकार ‘झोले वाली सरकार’ है. उन्होंने कहा कि ओडिशा में यदि भाजपा की सरकार बनती है तो चिट फंड कंपनियों द्वारा ठगा गया पैसा 18 महीने के भीतर लोगों को लौटाने का काम किया जाएगा.