भारतीय नौसेना सामग्री प्रबंधन सेवा और भारतीय नौसेना आयुध सेवा के अधिकारियों ने राष्ट्रपति से की मुलाकात
नई दिल्ली, 08 मार्च। भारतीय नौसेना सामग्री प्रबंधन सेवा (2019, 2020 और 2021 बैच) और भारतीय नौसेना आयुध सेवा (2023 बैच) के अधिकारियों ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से मुलाकात की।
अधिकारियों को संबोधित करते हुए, राष्ट्रपति ने कहा कि आपको भारतीय नौसेना को हर समय आयुध और अन्य आवश्यक संसाधनों से लैस करके राष्ट्र की सुरक्षा सुनिश्चित करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है। इसलिए, देश के समुद्री हितों के संरक्षकों के लिए लॉजिस्टिक्स सहायता और आयुध आपूर्ति के प्रबंधक के रूप में चुने जाने पर आप सभी अवश्य ही गर्व महसूस कर रहे होंगे।
राष्ट्रपति ने कहा कि इन दिनों, दुनिया भर के देश अपने समुद्री लक्ष्यों पर पहले से कहीं अधिक ध्यान दे रहे हैं और समुद्री सहयोग का विस्तार कर रहे हैं तथा संयुक्त अभ्यास कर रहे हैं। भारत के एक वैश्विक शक्ति के रूप में उभरने के साथ, सबसे उन्नत तकनीक का उपयोग करके कुशल लॉजिस्टिक्स प्रबंधन के माध्यम से भारतीय नौसेना का समर्थन करने की आवश्यकता की अनदेखी नहीं की जा सकती है। ये दोनों सेवाएं भारतीय नौसेना के सुचारू कामकाज के लिए महत्वपूर्ण हैं, खासकर भू-राजनैतिक मंथन के इस समय में।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारतीय नौसेना की संचालन संबंधी तत्परता को सुविधाजनक बनाने हेतु समय-समय पर सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित करने में भारतीय नौसेना सामग्री प्रबंधन सेवा के अधिकारियों की प्रमुख भूमिका है। उन्हें सेवाओं की आपूर्ति प्रणाली में सुधार के लिए नवीनतम तकनीक का प्रभावी उपयोग करना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों से इन्वेंट्री प्रबंधन और सेवाओं की आपूर्ति को अत्यधिक कुशल एवं निर्बाध बनाने हेतु रचनात्मक दृष्टिकोण अपनाने का आग्रह किया।
राष्ट्रपति ने अधिकारियों से कहा कि विभिन्न परियोजनाओं को शुरू करते समय उन्हें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि परियोजनाएं ऊर्जा की दृष्टि से किफायती, पर्यावरण के अनुकूल और टिकाऊ हों। उन्होंने कहा कि हम सभी अपनी भावी पीढ़ियों को एक स्वस्थ, सुरक्षित और खुशहाल धरती प्रदान करने के लिए बाध्य हैं। इंजीनियर के रूप में, आप ही हैं जो पर्यावरण की दृष्टि से बेहतर पहल की परिकल्पना और कार्यान्वयन करके इसे सुनिश्चित करने की दिशा में वास्तव में एक बड़ी भूमिका निभा सकते हैं।