नई दिल्ली,14फरवरी। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय यात्रा पर संयुक्त अरब अमीरात पहुंचे हैं और यह यात्रा बहुत ही खास होने वाली है. क्योंकि आज पीएम नरेंद्र मोदी 14 फरवरी को बसंत पंचमी के दिन यूएई की राजधानी अबू धाबी में पहले हिंदू मंदिर का उद्घाटन करने वाले हैं. मुस्लिम देश में बने इस हिंदू धर्म में सभी देवी-देवताओं की मूर्तियां स्थापित की गई हैं और अद्भुत शिल्पकारी की गई है जो कि देखने लायक है. अबू धाबी में बने इस हिंदू मंदिर का बोचासनवासी श्री अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था हिंदू मंदिर है. आइए जानते हैं कि इस मंदिर से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातों के बारे में.
यूएई का पहला हिंदू मंदिर
. अबू धाबी के बोचासनवासी श्री अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था हिंदू मंदिर में संगमरमर के पत्थरों का उपयोग किया गया है. जिन्हें विशेष तौर पर राजस्थान के जयपुर से मंगाया गया है. बता दें कि यह मंदिर दुबई-अबू धाबी शेख जायेद हाइवे के समीप बना है.
. इस भव्य मंदिर को बनाने के लिए यूएई के प्रिंस ने जमीन दान की थी और यह मंदिर काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की तुलना में बहुत बड़ा है. मंदिर में पत्थरों पर बहुत ही अद्भुत नक्काशी की गई है.
. अबू धाबी के इस पहले हिंदू मंदिर में 7 शिखर बनाए गए हैं जो कि अलग-अलग देवी-देवताओं कहानियां दर्शाते हैं. मंदिर के प्रत्येक स्तंभ पर भगवाना राम, माता सीता, भगवान गणेश और हनुमान जी की प्रतिमा बनाई गई है.
. यह मंदिर भारतीय संस्कृति को बहुत ही खूबसूरत तरीके से दर्शाता है. मंदिर के अंदर ही नहीं, बल्कि बाहरी स्तंभों पर भी नक्काशी के माध्यम से सीता स्वंयवर, राम वनगमन और कृष्ण लीलाएं दर्शाई गई हैं.
. मंदिर के 7 शिखर में अंक 7 का विशेष महत्व है. बता दें कि यूएई 7 अमीरात यानि 7 सियासतों से मिलकर बना है. इन शिखर के माध्यम से यूएई और भारत की संस्कृति का संगम नजर आता है.
. बता दें कि अबू धाबी के इस मंदिर में जयपुर से लाए गए पिंक सैंड स्टोन का उपयोग किया है. यह वही पत्थर है जिससे अयोध्या के राम मंदिर का निर्माण किया गया है.