नई दिल्ली, 30जनवरी। सरकार ने बजट सत्र से पहले 30 जनवरी यानी आज संसद में विभिन्न दलों के फ्लोर नेताओं की बैठक बुलाई है। यह हर सत्र से पहले एक पारंपरिक प्रथा है क्योंकि विभिन्न दलों के नेता उन मुद्दों के बारें में बताते है, जिन्हें वे संसद में उठाना चाहते हैं।
बता दें कि 31 जनवरी से 9 फरवरी के बीच, जिसमें वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण लोकसभा चुनाव से पहले अंतरिम बजट पेश करने वाली हैं। नई सरकार पूर्ण बजट पेश करेगी। सत्र की शुरुआत राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के संबोधन से होगी।
केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने मंगलवार को होने वाली इस बैठक के लिए सभी दलों के सदनों के नेताओं को आमंत्रित किया है। इस साल अप्रैल-मई में होने वाले चुनावों से ठीक पहले बजट सत्र मौजूदा लोकसभा का आखिरी संसद सत्र होगा।
भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) ने बजट को लेकर अपनी अपेक्षाएं और सिफारिशें देते हुए कहा है कि सरकार को विनिवेश लक्ष्यों को पूरा करने और विनिवेश के लिए 3 साल का कार्यक्रम निर्धारित करना चाहिए। इसके अलावा पेट्रोलियम, बिजली और रियल एस्टेट को भी जीएसटी में शामिल करते हुए तीन दर संरचना का लक्ष्य पूरा करना चाहिए। इस बैठक के लिए संसद के दोनों सदनों लोक सभा और राज्य सभा में सभी राजनीतिक दलों के फ्लोर लीडर्स को आमंत्रित किया गया है।
आज जनता की बजट से उम्मीदें
इस बैठक के लिए संसद के दोनों सदनों लोक सभा और राज्य सभा में सभी राजनीतिक दलों के फ्लोर लीडर्स को आमंत्रित किया गया है। यह बजट इसलिए भी खास है क्योंकि ये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आखिरी बजट सत्र होगा।