नई दिल्ली, 29दिसंबर। पावरग्रिड विश्राम सदन का शुभारंभ भारत सरकार के केंद्रीय विद्युत और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आर.के. सिंह द्वारा किया गया। इस अवसर पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री तथा रसायन और उर्वरक मंत्री डॉ मनसुख एल मांडविया वर्चुअल माध्यम से उपस्थित हुए। इस कार्यक्रम में कर्नाटक के माननीय ऊर्जा मंत्री के.जे. जॉर्ज, बेंगलुरु दक्षिण से माननीय सांसद तेजस्वी सूर्या, पावरग्रिड के निदेशक (कार्मिक) डॉ. यतींद्र द्विवेदी और निमहंस, बेंगलुरु की निदेशक डॉ. प्रतिमा मूर्ति तथा पावरग्रिड के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए।
आर.के. सिंह ने कार्यक्रम में भाग लेने वाले लोगों को संबोधित किया। उन्होंने पावरग्रिड द्वारा किये जा रहे सामाजिक कल्याण के प्रयासों की सराहना की और कहा कि पावरग्रिड के इस विश्राम सदन से दूर-दराज के क्षेत्रों में रहने वाले गरीब लोगों को काफी लाभ होगा। उन्होंने देश में सशक्त विद्युत परिदृश्य और आम आदमी को न्यूनतम दर पर बिजली उपलब्ध कराने के लिए भारत सरकार द्वारा किए गए सराहनीय प्रयासों के बारे में भी चर्चा की।
लगभग 23 करोड़ रुपये की लागत से बने इस 2 मंजिला विश्राम सदन में 270 बिस्तर हैं। इस इमारत में तैयार 55 कमरे सभी आवश्यक सुविधाओं से सुसज्जित हैं और रोगियों के परिचारकों को अधिकतम हरसंभव राहत प्रदान करने में सक्षम हैं।
पावरग्रिड ने एक जिम्मेदार कॉरपोरेट शहरी के रूप में आम जनता के लाभ के लिए एम्स, नई दिल्ली, आईजीआईएमएस, पटना, डीएमसीएच दरभंगा, केजीएमयू, लखनऊ, गुवाहाटी और वसाडोदरा में इसी तरह के विश्राम सदन स्थापित किये हैं। पावरग्रिड द्वारा इसी तरह के विश्राम सदन का निर्माण रांची और झांसी में भी किया जा रहा है।
पावरग्रिड ने लगभग 1000 करोड़ रुपये की लागत से अपनी सीएसआर पहल के साथ देश भर में आर्थिक एवं सामाजिक कल्याण में योगदान देकर ग्रामीण विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल, कौशल विकास, पर्यावरण, पेयजल, जल संरक्षण और स्वच्छता के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।