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निम्नतर मुद्रास्फीति, जिसका मतलब कम ब्याज लागत है, एक विकसित राष्ट्र बनने की दिशा में हमारे लिए एक महत्वपूर्ण तत्व है: पीयूष गोयल

केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने देश में उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग में हो रहे उल्लेखनीय योगदान की, की सराहना

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नई दिल्ली, 9 दिसंबर। केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण और वस्त्र मंत्री पीयूष गोयल ने भारत में उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग में हो रहे उल्लेखनीय योगदान की सराहना की। नई दिल्ली में कन्ज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स एंड अप्लायंसेज मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (सीईएएमए) के 44वें वार्षिक समारोह को संबोधित करते हुए, पीयूष गोयल ने सामूहिक उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए उद्योग और सरकार के बीच सहयोग के महत्व पर प्रकाश डाला।

पीयूष गोयल ने भारत के विकास मार्ग को सुनिश्चित करने के लिए अवसरों का लाभ उठाने, अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जुड़ने और प्रतिस्पर्धा को अपनाने के महत्व पर बल दिया। उन्होंने उच्च गुणवत्ता एवं प्रतिस्पर्धी मूल्य वाले उत्पादों के लिए उपभोक्ता मांगों को पूरा करने के महत्व पर बल दिया।पीयूष गोयल ने उद्योग जगत से गुणवत्ता को प्राथमिकता देने का आग्रह किया और भारतीय पारिस्थितिकी तंत्र का समर्थन करने और घरेलू निर्माताओं के बीच सहयोग को बढ़ावा देने के महत्व पर प्रकाश डाला। मंत्री ने कहा कि गुणवत्ता नियंत्रण आदेश (क्यूसीओ) को उपभोक्ताओं और उद्योग दोनों के हितों को बढ़ावा देने के लिए जारी किया गया है क्योंकि उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद सभी के लिए लाभप्रद हैं। उन्होंने कंपनियों को भारत निर्मित घटकों और उत्पादों का चयन करने के लिए प्रोत्साहित किया, जो रोजगार निर्माण में योगदान देते हैं और स्थानीय एवं वैश्विक दोनों बाजारों में प्रतिस्पर्धा को बढ़ाते हैं।

पीयूष गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोगों से विकसित भारत का दूत बनने का आग्रह किया है। पीयूष गोयल ने उपस्थित लोगों को इस कार्यक्रम में शामिल होने और एक विकसित राष्ट्र निर्माण की दिशा में भारत की यात्रा की यात्रा में शामिल होने के लिए भी प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि हमें अपने मित्रों और परिवार को सामूहिक रूप से इस चुनौती को स्वीकार करने और विकसित भारत का दूत बनने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि विकसित भारत एक भ्रष्टाचार मुक्त भारत होगा, जिसमें औपनिवेशिक मानसिकता हमारे दिमाग से समाप्त हो जाएगी।पीयूष गोयल ने 140 करोड़ भारतीयों के नेतृत्व में जन-संचालित विकास के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण पर प्रकाश डाला।

पीयूष गोयल ने व्यापक परिप्रेक्ष्य पर बल देते हुए लोगों की मानसिकता में बदलाव लाने की आवश्यकता को रेखांकित किया और हितधारकों को अभिनव दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने चल रही अंतर्राष्ट्रीय व्यापारिक वार्ताओं के बारे में विस्तार से बताया, भारत को दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में प्रस्तुत करने के महत्व पर बल दिया, जिसमें बहुत जल्द ही ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की संभावनाएं हैं। मंत्री ने इस बात पर बल दिया कि भारत के बढ़ते प्रभाव और महत्व ने विश्व का ध्यानाकर्षित किया है, जिससे विशिष्ट विपणन प्रस्ताव प्राप्त हुए है और अन्य देश के साथ संबंध विकसित हुए हैं।

भारत के महत्वाकांक्षी स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र की शक्ति और इसके युवा जनसांख्यिकीय लाभांश पर प्रकाश डालते हुए,पीयूष गोयल ने भारत की 1.4 बिलियन मजबूत युवा आबादी द्वारा प्रस्तुत अवसरों को रेखांकित किया। उन्होंने सकारात्मक आर्थिक संकेतकों का उल्लेख किया, जिसमें दोहरे अंकों की मुद्रास्फीति को 4% ऊपर या 2% नीचे के बेंचमार्क तक रोकने में भारत की सफलता शामिल है। मंत्री ने बल देकर कहा कि कम मुद्रास्फीति दर और घटी ब्याज लागत विकसित राष्ट्र बनने की दिशा में देश की यात्रा के लिए महत्वपूर्ण हैं। श्री गोयल ने कहा कि निम्नतर मुद्रास्फीति, जिसका मतलब कम ब्याज लागत है, विकसित राष्ट्र बनने की दिशा में हमारे मार्ग का एक महत्वपूर्ण तत्व है।

केंद्रीय मंत्री ने सरकार द्वारा किए जा रहे विभिन्न सामाजिक कल्याणकारी पहलों पर प्रकाश डाला, जिसमें करोड़ों भारतीयों के लिए मुफ्त अनाज का प्रावधान, खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करना और भूख मिटाना शामिल है। उन्होंने वंचितों के लिए आवास उपलब्ध कराने, प्रत्येक गांव और घर का विद्युतीकरण और स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया।

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार महिलाओं के नेतृत्व में विकास कार्य कर रही है। पीयूष गोयल ने भारत की विकास यात्रा में महिलाओं की सक्रिय भागीदारी और पहचान की भी वकालत की। उन्होंने परिवारों और औपचारिक कार्यबल दोनों में महिलाओं के आर्थिक योगदान पर प्रकाश डाला, उनके प्रयासों को पर्याप्त रूप से स्वीकार करने और महत्व देने की आवश्यकता पर बल दिया।

‘डिजिटल इंडिया’ पहल की सफलता को दर्शाते हुए, मंत्री ने देश में इंटरनेट उपयोगकर्ताओं में तीव्र वृद्धि पर प्रकाश डाला, विशेष रूप से स्मार्टफोन के उपयोग के माध्यम से, और ग्रामीण क्षेत्रों पर इसका परिवर्तनकारी प्रभाव, जिससे आकांक्षी भारत का पोषण होता है।

आशान्वित होते हुए, पीयूष गोयल ने 2014 के बाद से भारतीय विनिर्माण क्षमताओं में आए बदलाव पर टिप्पणी की, क्योंकि कंपनियां सतत विनिर्माण पद्धतियां अपना रही हैं और उच्च गुणवत्ता वाले वस्तुओं का उत्पादन कर रही हैं।

पीयूष गोयल ने भारत की विकास गाथा में उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला और हितधारकों से राष्ट्र के उज्जवल भविष्य को सुनिश्चित करने के लिए नवाचार, गुणवत्ता और चिरस्थायी प्रथाओं पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया। उन्होंने देश के विकास को बढ़ावा देने में उद्योग के प्रयासों की सराहना की और इसे और आगे बढ़ाने के लिए सरकार के समर्थन की प्रतिबद्धता दोहरायी।