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हमारी युवा शक्ति को हमारी जीवंत संस्कृति और ज्ञान परंपराओं पर गर्व है – धर्मेन्द्र प्रधान

धर्मेन्द्र प्रधान ने केरल से ओडिशा आए युवा संगम के प्रतिभागियों से की बातचीत

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नई दिल्ली, 4दिसंबर। केन्द्रीय शिक्षा और कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने शनिवार को भुवनेश्वर में युवा संगम चरण 3 के केरल के प्रतिभागियों के साथ बातचीत की, जो वर्तमान में ओडिशा का दौरा कर रहे हैं। इस कार्यक्रम में विदेश एवं संसदीय कार्य राज्य मंत्री, वी मुरलीधरन; भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) संबलपुर के निदेशक प्रोफेसर महादेव जयसवाल और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे। टीम की मेजबानी ओडिशा में आईआईएम संबलपुर ने की। एनआईटी कालीकट केरल में केन्द्रीय एजेंसी है।

प्रधान ने ओडिशा की समृद्ध संस्कृति, व्यंजन और कलात्मक धरोहर को देखने के उनके अनुभव जानने के लिए 42 प्रतिभागियों वाली टीम के साथ बातचीत की। उन्होंने कहा कि उन्हें यह जानकर खुशी हुई कि इन युवा प्रतिभागियों को अपनी जीवंत संस्कृति और ज्ञान परंपराओं पर गर्व है और वे उन सूत्रों को फिर खोजने के लिए उत्सुक हैं जो हमें एक साथ बांधते हैं।

प्रधान ने युवा संगम की परिकल्पना के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त किया, जो एक भारत-श्रेष्ठ भारत की भावना को मजबूत कर रहा है।

युवा संगम के वर्तमान चरण के अंतर्गत, पूरे नवम्बर और दिसम्बर 2023 में एक्सपोज़र टूर आयोजित किए जा रहे हैं, जिसमें मुख्य रूप से देश भर के उच्च शैक्षणिक संस्थानों (एचईआई) में पढ़ने वाले छात्र और 18-30 वर्ष की आयु वर्ग के ऑफ-कैंपस युवा अपने युग्मित राज्यों की यात्रा करेंगे। अपनी यात्राओं के दौरान, प्रतिनिधियों को मेजबान राज्यों में पांच व्यापक क्षेत्रों: पर्यटन, परंपरा, प्रगति, प्रौद्योगिकी और पारस्परिक संपर्क का बहुआयामी अनुभव मिलेगा।

युवा संगम चरण-III में 22 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों की भागीदारी होगी, जिसमें एक्सपोज़र टूर आयोजित करने के लिए निम्नलिखित उच्च शिक्षा संस्थानों का जोड़ा बनाया जाएगा: आंध्र प्रदेश का केन्द्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय-आईआईटी दिल्ली; आईआईटी धारवाड़-आईआईटी रोपड़; एसपीपीयू पुणे-आईआईटी गुवाहाटी; आईआईटी हैदराबाद-बीएचयू वाराणसी; आईआईएम त्रिची-आईआईआईटी कोटा; आईआईएम संबलपुर-एनआईटी कालीकट; आईआईआईटीडीएम जबलपुर-आईआईटी खड़गपुर; आईआईआईटी रांची-एनआईटी कुरूक्षेत्र; एनआईटी गोवा-आईआईटी भिलाई; और आईआईएम बोधगया- आईआईआईटी सूरत।

युवा संगम के पहले दो चरणों में प्राप्त जबरदस्त प्रतिक्रिया को देखते हुए, जिसमें 2000 से अधिक युवाओं ने भाग लिया था, चरण 3 में भी भारी जोश और उत्साह दिखाई देने की उम्मीद है। यह चरण भारत सरकार द्वारा एक भारत, श्रेष्ठ भारत के तत्वावधान में इस अनूठी पहल के पीछे के विचार को आगे बढ़ाएगा, जिसका उद्देश्य न केवल परिवर्तन के युवा एजेंटों के बौद्धिक ज्ञान की सीमा का विस्तार करना है, बल्कि उन्हें पूरे भारत में विविधता के प्रति संवेदनशील बनाना है ताकि भविष्य के अधिक जुड़े हुए, सहानुभूतिपूर्ण और तकनीकी रूप से मजबूत भारत के लिए उनके ज्ञान का उपयोग किया जा सके।