मदुरै , 2दिसंबर। तमिलनाडु के सतर्कता विभाग (डीवीएसी) के अधिकारियों ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) के एक अधिकारी को एक डॉक्टर से 20 लाख रुपये की रिश्वत मांगने और स्वीकार करने के आरोप में रंगे हाथों पकड़ उसे गिरफ्तार कर लिया. पुलिस सूत्रों के अनुसार, ईडी के आरोपी अधिकारी का नाम अंकित तिवारी बताया गया है. आरोप है कि अंकित ईडी अधिकारियों की अपनी टीम के साथ कई लोगों को धमका रहा था और प्रवर्तन निदेशालय में उनके मामले को बंद करने के नाम पर रिश्वत ले रहा था.
मिली जानकारी के मुताबिक, अंकित मदुरै स्थित ईडी के क्षेत्रीय कार्यालय में कार्यरत है. डीवीएसी के अधिकारी उससे जुड़े मामले के संबंध में मदुरै में ED के कार्यालय की तलाशी ले रहे हैं. इसके लिए सीआरपीएफ जवानों को कार्यालय के बाहर तैनात किया गया है. डीवीएसी को रिश्वत मामले में ईडी के अन्य अधिकारियों की मिलीभगत होने का संदेह है.
कैसे पकड़ा गया अधिकारी?
डीवीएसी के सूत्रों ने कहा कि ईडी अधिकारी को तब पकड़ा गया जब वह महाराष्ट्र रजिस्ट्रेशन नंबर वाली कार में 20 लाख रुपये नकद ले के जा रहे था. जानकारी के अनुसार, सतर्कता विभाग की टीम डिंडीगुल के चेट्टीनाइकनपट्टी के पास वाहन जांच कर रही थी, तभी उन्होंने नागपुर के एक नागरिक को ले जा रही एक कार को रोका. जैसे ही पुलिस टीम को संदेह हुआ तो उन्होंने कार की जांच की और 20 लाख रुपये की बेहिसाब नकदी बरामद हुई. इसके बाद कार और यात्री दोनों को कस्टडी में ले लिया गया.
15 दिसंबर तक न्यायिक हिरासत में भेजा गया
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अंकित तिवारी को डीवीएसी कार्यालय से ले जाकर डिंडीगुल में न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया, जहां से उन्हें 15 दिसंबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.