ईटानगर, 27नवंबर। राज्यसभा के उपसभापति श्री हरिवंश, अरुणाचल प्रदेश प्रदेश विधानसभा द्वारा आयोजित ‘संविधान दिवस’ कार्यक्रम में शामिल हुए. भारतीय संसद द्वारा नारी शक्ति वंदन विधेयक के एक तिहाई बहुत से पास होने के उपलक्ष्य में ‘पिंक कंशिच्यूशन दिवस’ के रूप में मनाया गया. उन्होंने कहा कि अरुणाचल प्रदेश हमारी आधी आबादी के सम्मान के प्रतीक के रूप में ऐसा अभिनव आयोजन करने वाला देश का पहला प्रदेश है. नारी शक्ति वंदन अधिनियम का पास होना निश्चित रूप से महिलाओं को पालिसी मेकिंग को प्रभावित करने का अधिक अवसर प्रदान करेगा. यह महिलाओं को बड़ा मंच प्रदान करेगा. उन्हें अमृत काल के दौरान भारत की विकास यात्रा में अपनी अमिट छाप छोड़ने में सक्षम करेगा.
उन्होंने बताया कि भारत में प्रशासन चलाने में महिलाओं की भागीदारी के साक्ष्य वैदिक काल से ही मिलते हैं. यह साबित करने के लिए कई उदाहरण हैं. शासन-प्रशासन के मामलों में महिलाएँ कोई न कोई भूमिका निभा रही थीं. वहीं हमारे स्वतंत्रता संग्राम में महिलाओं की जबरदस्त भागीदारी रही है. स्वतंत्रता आंदोलन में पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी रहीं हैं.
आशा है कि अमृत काल के दौरान, भारत की महिलाएं जीवन के सभी क्षेत्रों में नई ऊंचाइयों को छूएंगी और राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया में और भी अधिक संख्या में उत्साह के साथ योगदान देंगी.