नई दिल्ली, 27नवंबर। जमुई के सांसद और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने दावा किया है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली जनता दल (यूनाइटेड) में बड़ी टूट होने वाली है. सोमवार को उन्होंने कहा कि खरमास (15 जनवरी) के तुरंत बाद जेडीयू में बड़ी टूट होने वाली है. हालांकि चिराग ने ये नहीं बताया कि जेडीयू के कौन-कौन नेता पार्टी छोड़ने वाले हैं. पासवान ने नीतीश कुमार पर जुबानी हमला बोले हुए कहा एक दिन आएगा जब जेडीयू का नाम लेने वाला कोई नहीं बचेगा. नीतीश ने अपनी पार्टी में कोई अन्य नेतृत्व नहीं बनाया है. वैसे भी वह इन दिनों किसी और की तलाश में हैं. वह पार्टी के दूसरे नेता (तेजस्वी यादव) के प्रचार में लगे हैं. वह उन्हें ऐसा कहते हैं और कहते हैं कि मेरे बाद वह उत्तराधिकारी हैं.
पासवान ने सीएम के ‘भीम संसद’को एक सभा करार दिया. चिराग ने कहा कि नीतीश कुमार की ‘दलित विरोधी’ सोच है. वे वोट बैंक की राजनीति करते हैं. नीतीश ने जीतन राम मांझी के लिए जिस भाषा का इस्तेमाल किया था ये सारी बातें उनकी सोच को साबित करती हैं . आज भी बिहार में अनुसूचित जाति अपने अधिकारों से वंचित है और इसके लिए मुख्यमंत्री जिम्मेदार हैं.
बता दें कि अभी हाल में नीतीश कुमार ने बिहार विधानसभा में उस समय अपना आपा खो दिया जब जीतन राम मांझी ने सरकार के जाति सर्वेक्षण पर संदेह जताया था. नीतीश ने कहा कि यह उनकी ‘मूर्खता’ थी कि मांझी को राज्य का मुख्यमंत्री बनाया था. उन्होंने कहा था कि मांझी मेरी मूर्खता के परिणामस्वरूप मुख्यमंत्री बने थे. क्या उन्हें कोई समझ है? (ये बोलता है कि हम मुख्यमंत्री थे. मेरी मूर्खता की वजह से मुख्यमंत्री बना. इसको कोई सेंस है). नीतीश कुमार के इस बयान के बाद बीजेपी ने सदन में जमकर हंगामा किया था.