नई दिल्ली, 20अक्टूबर। दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण की स्थिति में थोड़ा सुधार पाया गया है. हवा चलने की वजह से यह सुधार हुआ है. सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) के अनुसार दिल्ली में शुक्रवार एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 108 ‘मध्यम’ श्रेणी में है. लोधी रोड इलाके में एयर क्वालिटी इंडेक्स 96 ‘संतोषजनक’ श्रेणी में पाया गया है.वहीं, मुंबई में एयर क्वालिटी इंडेक्स 119 ‘मध्यम’ श्रेणी में है. इससे पहले दिल्ली में रविवार और सोमवार को वायु गुणवत्ता ‘खराब’ श्रेणी में थी. वायु गुणवत्ता में सोमवार रात शहर के हिस्सों में तेज हवाओं के साथ बारिश होने से सुधार हुआ है. समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक गुरुवार को करीब 130 दर्ज किया गया था.
उधर, मुंबई के आकाश पर बुधवार और गुरुवार को धुंध की चादर छा गई, जिसके बाद शहर में वायु गुणवत्ता सूचकांक ‘मध्यम’ श्रेणी में पहुंच गया. शहर में पिछले तीन दिनों से यह प्रक्रिया जारी है . सफर के अनुसार, बुधवार शाम छह बजे मुंबई की हवा में पीएम10 का स्तर 143 था, जबकि दिल्ली में यह आंकड़ा 122 था. हालांकि, चिकित्सा पेशेवरों ने कहा कि हवा के स्तर में गिरावट के साथ श्वसन संबंधी बीमारियां भी होती हैं. सर एचएन रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल के फुफ्फुसीय औषधि (पल्मोनरी मेडिसिन) विभाग के संरक्षक डॉ. राजेश शर्मा ने कहा कि आमतौर पर जब हवा की गुणवत्ता बहुत खराब होती है, तो इसमें बहुत अधिक ‘पार्टिकुलेट मैटर’ (पीएम), गैसें और इमारतों में इस्तेमाल होने वाले रसायन होते हैं. शर्मा ने कहा, जब हवा की गुणवत्ता वास्तव में खराब होती है, और लोग लगातार इसमें (खराब हवा) सांस ले रहे होते हैं, तो उनमें ब्रांकाइटिस विकसित होने की संभावना होती है.
बता दें कि शून्य से 50 के बीच एक्यूआई ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ माना जाता है. एक्यूआई के 500 से अधिक होने पर इसे ‘अत्यंत गंभीर’ माना जाता है.